शाह ने कहा, ‘‘ रत्न व आभूषणों के प्रमुख बाजार अमेरिका और चीन है और वहां इसकी मांग धीमी हो रही है।
New Delhi: जीजेईपीसी के चेयरमैन विपुल शाह ने कहा कि अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में मांग घटने के कारण चालू वित्त वर्ष में रत्न तथा आभूषण निर्यात में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 में रत्न व आभूषण निर्यात वार्षिक आधार पर 2.48 प्रतिशत बढ़कर 3,00,462.52 करोड़ रुपये (36 अरब डॉलर से अधिक) हो गया।
जीजेईपीसी चेयरमैन ने सोमवार शाम एक कार्यक्रम के मौके पर यहां पत्रकारों से कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ने 2023-24 में रत्न व आभूषण निर्यात के लिए 42 अरब डॉलर का लक्ष्य दिया है। शाह ने कहा, ‘‘ रत्न व आभूषणों के प्रमुख बाजार अमेरिका और चीन है और वहां इसकी मांग धीमी हो रही है। बढ़ते ब्याज दर, महंगाई जैसी चिंताओं के बीच उपभोक्ताओं का भरोसा भी कम हो रहा है।’’
उन्होंने मार्च में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए जीजेईपीसी के अनुमान पर कहा, ‘‘ हमारा अनुमान है कि कुल मिलाकर हमें रत्न व आभूषण के निर्यात में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल सकती है।’’