पुलिस को शनिवार को गुरु तेग बहादुर अस्पताल से सूचना मिली की 12 वर्षीय एक लड़के को भर्ती कराया गया है
New Delhi: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के तुकमीरपुर इलाके में अध्यापक ने एक छात्र की पिटाई कर दी जिसके कुछ दिनों बाद छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि छठी कक्षा में पढ़ने वाला छात्र हिंदी की पाठ्यपुस्तक लाना भूल गया था, जिसके कारण अध्यापक ने उसकी पिटाई कर दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस को शनिवार को गुरु तेग बहादुर अस्पताल से सूचना मिली की 12 वर्षीय एक लड़के को भर्ती कराया गया है जिसकी सात अगस्त को उसके अध्यापक ने पिटाई की थी।
अधिकारी ने बताया कि लड़के के पिता की शिकायत के आधार पर दयालपुर थाने में शनिवार को आरोपी सादुल हसन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 341 (गलत तरीके से रोकने की सजा) और 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाने की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, छात्र स्कूल में हिंदी की पाठ्यपुस्तक लाना भूल गया था जिससे अध्यापक नाराज हो गया। उन्होंने बताया कि जब छात्र कक्षा से बाहर जा रहा था तो हसन ने उसे रोका और थप्पड़ मार दिया। आरोपी ने पीड़ित की गर्दन भी कथित तौर पर दबाई थी।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद जब छात्र की हालत खराब हो गई तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसके पिता पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि लड़के को गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) है। यह तंत्रिका संबंधी एक दुर्लभ विकार है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली परिधीय तंत्रिका तंत्र के हिस्से पर हमला करती है । परिधीय तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के बाहर स्थित नसों का नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच जारी है।