स्पेनिश के वरिष्ठ फिल्मकार कारलोस सौरा को सत्यजीत राय लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें 53वें...
पणजी : स्पेनिश के वरिष्ठ फिल्मकार कारलोस सौरा को सत्यजीत राय लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफआईआई) के उद्घाटन समारोह में यहां रविवार को इस पुरस्कार से नवाज़ा गया।
सौरा 1955 से फिल्में बना रहे हैं। अधिक उम्र होने के बावजूद आज भी वह सक्रिय फिल्मकार हैं। वह अपने देश के बेहतरीन निर्देशकों में शुमार किए जाते हैं।
प्रतिष्ठित निर्देशक अपनी खराब सेहत की वजह से समारोह में शिरकत नहीं कर सके। उनकी बेटी अन्ना सौरा ने उनके स्थान पर पुरस्कार को स्वीकार किया है।
नब्बे वर्षीय फिल्मकार ने वीडियो संदेश में कहा, “ मैं अब भी ब्रांकाइटिस से उबर रहा हूं। उम्मीद है कि मैं जल्द ही पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगा। मगर आज की तारीख तक मैं सफर नहीं कर सकता था। मैं आप सबका और आईएफएफआई के प्रति इस सम्मान के लिए आभार जताता हूं।”
सौरा को 1980 के दशक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली थी, जब उनकी ‘बोडास डे संग्रे’, “कारमेन’ और ‘एल अमोर ब्रुजो’ फिल्में आई थीं।
अपने करियर में सौरा को एकेडमी पुरस्कारों में विदेशी भाषा की फिल्मों के लिए दो बार नामांकन हासिल हुआ है। 1983 में आई उनकी फिल्म (कारमेन) ने बाफ्टा पुरस्कार हासिल किया था।
पिछले साल सत्यजीत राय लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से अमेरिकी दिग्गज फिल्मकार मार्टिन स्कॉर्सीज को नवाज़ा गया था। उन्होंने पुरस्कार स्वीकार किया था और गोवा में सभा को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया था।