आप ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली का शासन वे लोग नहीं चलाएंगे जो अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हैं।
New Delhi: आम आदमी पार्टी (आप) ने बृहस्पतिवार को उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकहित में किए जा रहे कार्यों को बाधित करने के लिए दिल्ली विधानसभा के ‘फेलो’ को ‘‘अवैध रूप से’’ निष्कासित किया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि दिल्ली विधानसभा अनुसंधान केंद्र में ‘फेलो’ के रूप में कार्यरत पेशेवर छह दिसंबर तक अपने पदों पर बने रहेंगे और उन्हें वजीफा दिया जाएगा। इन ‘फेलो’ की सेवाएं विधानसभा सचिवालय द्वारा समाप्त कर दी गई थीं। फैसले का स्वागत करते हुए आप ने कहा कि सक्सेना अपनी शक्तियों का 'मनमाने ढंग से दुरुपयोग' कर रहे हैं।
आप ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली का शासन वे लोग नहीं चलाएंगे जो अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हैं। और तथ्य यह है कि उपराज्यपाल ने कानूनों के खिलाफ जाकर ‘फेलो’ को निष्कासित किया था। यह सबकुछ दिल्लीवासियों के हित में किए जा रहे कार्यों को बाधित करने के लिए चलाए गये अभियान का एक हिस्सा था।’’
उपराज्यपाल के आदेश के अनुसार दिल्ली विधानसभा के ‘रिसर्च फेलो’ के रूप में कार्यरत लोगों के अनुबंध पांच जुलाई को समाप्त कर दिये गये थे। इसे 17 ‘फेलो’ ने दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।