शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, परीक्षा पे चर्चा-2023 में विद्यार्थियों सहित कुल भागीदारी कुल 38.8 लाख रही।
New Delhi: शिक्षा मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ किए जाने वाले संवाद कार्यक्रम ‘‘परीक्षा पे चर्चा’’ के अगले वर्ष होने वाले आयोजन पर खर्च को करीब 6 प्रतिशत बढ़ा कर 9 करोड़ रूपये करने का प्रस्ताव किया है। शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की परियोजना मंजूरी बोर्ड (पीएबी) की बैठक के कार्यवृत (मिनट्स) दस्तावेज से यह जानकारी मिली है ।
पीएबी की बैठक के दस्तावेज के अनुसार, ‘परीक्षा पे चर्चा-2023’ का 27 जनवरी 2023 को आयोजन हुआ। इस पर करीब 8.50 करोड़ रूपये खर्च का प्रस्ताव किया गया जिसमें कर, परामर्शक कंपनी एडसिल की फीस, सेवा शुल्क आदि शामिल है। शिक्षा मंत्रालय ने 3.39 करोड़ रूपये की राशि को पहले ही मंजूरी प्रदान कर दी थी।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने छह फरवरी को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छात्रों के साथ संवाद के कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ में 2018 में 3.67 करोड़ रुपये, 2019 में 4.93 करोड़ रुपये, 2020 में 5.69 करोड़ रुपये, 2021 में 6 करोड़ रुपये और 2022 में 8.61 करोड़ रुपये खर्च हुए हुए थे।
‘परीक्षा पे चर्चा ’ कार्यक्रम पहली बार 2018 में आयोजित किया गया था और अभी तक ऐसे छह आयोजन किए गए हैं।
पीएबी के कार्यवृत के अनुसार, वर्ष 2024 में होने वाले प्रधानमंत्री के परीक्षा पे चर्चा के आयोजन पर कर एवं अन्य मदों सहित करीब 9 करोड़ रूपये खर्च करने का प्रस्ताव किया गया है।
इसमें कहा गया है कि अगले वर्ष के आयोजन के लिए अग्रिम राशि के रूप में 3.60 करोड़ रूपये दिए जा सकते हैं। शेष राशि कार्यक्रम के आयोजन के बाद जारी की जायेगी।.
इस प्रकार वर्ष 2023 की तुलना में 2024 में परीक्षा पे चर्चा के आयोजन पर प्रस्तावित खर्च में करीब छह प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव है।. इसमें कहा गया है कि वर्ष 2023-24 में ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के लिए एडसिल की कंसल्टेंसी की फीस/सेवा शुल्क 7 प्रतिशत निर्धारित करने को भी मंजूरी दी गई।. शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, परीक्षा पे चर्चा-2023 में विद्यार्थियों सहित कुल भागीदारी कुल 38.8 लाख रही।