प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लचित दिवस के अवसर पर पूर्ववर्ती अहोम साम्राज्य के जनरल लचित बोड़फूकन को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा ...
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लचित दिवस के अवसर पर पूर्ववर्ती अहोम साम्राज्य के जनरल लचित बोड़फूकन को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने लोगों की भलाई को हर चीज से ऊपर रखा।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘लचित दिवस की शुभकामनाएं। यह लचित दिवस विशेष है क्योंकि हम महान लचित बोड़फूकन की 400 वीं जयंती मना रहे हैं।’’
Greetings on Lachit Diwas. This Lachit Diwas is special because we mark the 400th birth anniversary of the great Lachit Borphukan. He epitomised unparalleled courage. He placed the well-being of people above everything else and was a just as well as visionary leader.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2022
उन्होंने कहा, ‘‘वह अद्वितीय साहस के प्रतीक थे। उन्होंने लोगों की भलाई को हर चीज से ऊपर रखा। साथ ही वह एक न्यायप्रिय और दूरदर्शी नेता भी थे।’’
लचित बोड़फूकन असम के पूर्ववर्ती अहोम साम्राज्य में एक सेनापति थे। सरायघाट के 1671 के युद्ध में उनके नेतृत्व के लिए उन्हें पहचाना जाता है, जिसमें मुगल सेना का असम पर कब्जा करने का प्रयास विफल कर दिया गया था।
इस विजय की याद में असम में 24 नवंबर को लचित दिवस मनाया जाता है। सरायघाट का युद्ध गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के तटों पर लड़ा गया था।