पुनिया ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि पुलिस इस पर FIR दर्ज क्यों नहीं कर रही है. जबकि लड़कियों ने लिखित में शिकायत दे रखी है.
नई दिल्ली - भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ कार्रवाही को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन एक बार फिर से शुरू हो गया है और यह तीसरे दिन भी जारी है। विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई खिलाड़ी रविवार (23 अप्रैल) को दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे। इसके बाद से उनका धरना जारी है। पहलवानों ने जनवरी में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह परयौन शोषण का आरोप लगाया था और खिलाफ प्रदर्शन किया था।
आज पहलवानों ने मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बजरंग पूनिया ने आरोप लगाया कि जिन 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी, उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. उन्हें तोड़ने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ के कुछ पदाधिकारियों ने इन महिला पहलवानों से संपर्क किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। इन पहलवानों को अपनी शिकायत वापस लेने को कहा गया है.
उन्होंने आगे कहा कि सभी को पैसे का लालच भी दिया गया है। फेडरेशन के लोग उनके घरों पर पैसा लेकर पहुँच रहे हैं. पूनिया ने यह भी कहा कि कुश्ती संघ के पदाधिकारी उनके घर जाकर उन पर दबाव बना रहे हैं। अगर उन बच्चियों को या उनके परिवार वालों को कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की होगी। मुझे यह भी नहीं पता कि इन लड़कियों का नाम कैसे सामने आये है।
पुनिया ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि पुलिस इस पर FIR दर्ज क्यों नहीं कर रही है. जबकि लड़कियों ने लिखित में शिकायत दे रखी है.
साक्षी मलिकने कहा कि बबीता ने बताया लड़कियां जो रिपोर्ट देकर आई थी उस रिर्पोट पर उससे ज़बरदस्ती साइन कराये गये, साक्षी ने आगे कहा कि कमेटी के मेंबर्स में आपस में सहमति नहीं थी रिपोर्ट सबमिट कैसे हुई.
पुनिया ने कहा कि अगर हमें ज़रूरत पड़ी तो जिन्होंने दबाव बनाया है हम उनके नाम भी मीडिया के सामने लेंगे. उन्होने आगे कहा कि हमारी मांग है कि इंसाफ हो , उसे क्राइम की सजा मिले।
पहलवानों के प्रदर्शन के दूसरे चरण में पहली बार भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान आया है. बृजभूषण ने कहा, ''यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है. कोर्ट तय करेगा। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को गंभीर बताया है. शुक्रवार को मामले की सुनवाई होगी।
सात महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर आरोप लगाया है कि उनके यौन उत्पीड़न के आरोपों में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। सोनीपत से किसानों का एक जत्था प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर के लिए रवाना हुआ. किसान नेताओं ने कहा कि जब तक डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती वे दिल्ली से वापस नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहा कि लाखों किसान जंतर-मंतर पर डेरा डालेंगे.
एथलीटों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलनरत पहलवानों को कांग्रेस ने सोमवार को अपना समर्थन दिया। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ने की मांग की है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस प्रमुख डिसूजा ने भी जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की।