मलेशिया के सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने सुधारवादी विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम को बृहस्पतिवार को देश का नया प्रधानमंत्री घोषित किया।
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मलेशिया का नया प्रधानमंत्री चुने जाने पर सुधारवादी नेता अनवर इब्राहिम को बृहस्पतिवार को बधाई दी और कहा कि वह दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हैं।
मलेशिया के सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने सुधारवादी विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम को बृहस्पतिवार को देश का नया प्रधानमंत्री घोषित किया। इससे मलेशिया में खंडित जनादेश वाले आम चुनावों के बाद कई दिनों से जारी राजनीतिक अनिश्चितता का अंत हो गया।
सुल्तान ने कहा कि अनवर को बृहस्पतिवार शाम पांच बजे शाही महल में मलेशिया के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मलेशिया का प्रधानमंत्री चुने जाने पर अनवर इब्राहिम को बधाइयां। मैं भारत-मलेशिया के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के वास्ते साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।’’
Congratulations Dato' Seri @anwaribrahim on your election as the Prime Minister of Malaysia. I look forward to working closely together to further strengthen India-Malaysia Enhanced Strategic Partnership.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2022
मलेशिया के आम चुनाव में अनवर के नेतृत्व वाले गठबंधन पाकतन हरपन (उम्मीदों के गठबंधन) को सर्वाधिक 82 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। हालांकि, यह गठबंधन सरकार गठन के लिए जरूरी 112 सीटों के आंकड़े से काफी पीछे रह गया था।
चुनाव में मलय समुदाय से मिले अप्रत्याशित समर्थन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री मुहीद्दीन का मलय-केंद्रित पेरिकटन नेशनल (राष्ट्रीय गठबंधन) 72 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा था। पैन-मलेशियन इस्लामिक पार्टी 49 सीटों पर जीत के साथ इस गठबंधन का सबसे बड़ा दल बनकर उभरी थी।
गतिरोध का समाधान उस समय हो गया, जब चुनाव में 30 सीटें जीतने वाले यूनाइटेड मलय नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (यूएमएनओ) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने एक ऐसी एकता सरकार का समर्थन करने की सहमति जता दी, जिसका नेतृत्व अनवर के हाथों में होगा।
दोनों खेमों के बीच लंबे समय से जारी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते मलेशिया की राजनीति में कुछ समय पहले तक इस तरह के गठबंधन की कल्पना करना भी मुश्किल था