राष्ट्रपति अल-सीसी ने मोदी को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया।
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका और मिस्र की पांच दिवसीय यात्रा के बाद रविवार देर रात स्वदेश लौट आए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की स्वदेश वापसी पर हवाई अड्डे के बाहर उनका जोरदार स्वागत किया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के अलावा दिल्ली से भाजपा के सभी सांसद इस अवसर पर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर थे। अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ कई मुद्दों पर बातचीत की और अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इसके बाद वह अमेरिका की राजकीय यात्रा संपन्न कर शनिवार को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचे थे।
राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर मिस्र की उनकी दो दिवसीय राजकीय यात्रा 1997 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति अल-सीसी के साथ बातचीत की और व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा संबंधों और लोगों से लोगों के बीच संबंधों में सुधार पर ध्यान देने के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों देशों ने अपने रिश्ते को 'रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाया।
राष्ट्रपति अल-सीसी ने मोदी को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया। यह प्रधानमंत्री मोदी को मिला 13वां सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।
मोदी ने 20 जून को अपनी पांच दिवसीय यात्रा शुरू की थी। उन्होंने 21-24 जून तक अमेरिका का दौरा किया। उनकी अमेरिका यात्रा न्यूयॉर्क से शुरू हुई, जहां उन्होंने 21 जून को नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का नेतृत्व किया। बाद में, वाशिंगटन डीसी में राष्ट्रपति बाइडन द्वारा व्हाइट हाउस में उनका भव्य स्वागत किया गया था।