क्यो हैं 26 नवंबर का दिन खास, जाने दिन का पुरा इतिहास

खबरे |

खबरे |

क्यो हैं 26 नवंबर का दिन खास, जाने दिन का पुरा इतिहास
Published : Nov 26, 2022, 11:17 am IST
Updated : Nov 26, 2022, 11:30 am IST
SHARE ARTICLE
Why is November 26 special, know the full history of the day
Why is November 26 special, know the full history of the day

केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था 

प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है, इसी दिन भारत के संविधान को अपनाया गया था। आज संविधान को बने 70 साल हो गए हैं। केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था 

इसमे बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मुख्य भूमिका थी बता दें, 26 जनवरी 1950 में भारतीय संविधान लागू किया गया था। जिसके बाद से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। हर कोई जानता है कि भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मुख्य भूमिका थी। उन्हें देश के संविधान निर्माता के तौर पर जाना जाता है लेकिन संविधान को तैयार करने में बाबा साहब की मदद करने वाली महान विभूतियों के बारे में शायद आप न जानते हों। संविधान सभा में 15 महिलाएं भी शामिल थीं। संविधान सभा में कुल 379 सदस्य थे। 

70 साल पहले भारतीय संविधान तैयार करने एवं स्वीकारने के बाद से इसमें पूरे 100 संशोधन किए जा चुके हैं। संविधान निर्माता चाहते थे कि इसमें संशोधन आसान हो ताकि जरूरत के मुताबिक इसे ढाला जा सके। बेशक संविधान में मौजूद इस लचीलेपन ने हमें कई अधिकार दिए और देश के कमजोर तबकों को जागरुक और सशक्त बनाया, लेकिन आपातकाल के विवादास्पद प्रावधानों का दौर भी आया।

सबसे विवादास्पद संशोधन:
इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए आपातकाल के दौरान किया गया 42वां संविधान संशोधन भारतीय इतिहास में सबसे विवादास्पद संशोधन था। इसमें सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कानूनों की वैधता ठहराने संबंधी संवैधानिक अधिकारों में कटौती की गई। संसद को संविधान के किसी भी हिस्से को संशोधित करने का अबाध अधिकार मिल गया।

लोकतांत्रिक अधिकारों की कटौती कर प्रधानमंत्री कार्यालय को अत्यधिक अधिकार मिल गए। देश के प्रति भारतीय नागरिकों के मूलभूत कर्तव्य इसमें बताए गए। राज्यों से और अधिकार लेकर केंद्र को दे दिए गए और इस प्रकार देश के संघीय ढांचे से छेड़छाड़ की गई। इतना ही नहीं संविधान की प्रस्तावना में संप्रभु, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणराज्य में धर्मनिरपेक्ष शब्द भी डाल दिया गया। संशोधन इतने व्यापक थे कि इसे ‘इंदिरा संविधान’ तक कहा गया।
 

Location: India, Delhi, New Delhi

SHARE ARTICLE

ROZANASPOKESMAN

Advertisement

 

Amritpal Singh को जेल में ही रहना पड़ेगा, Advocate ने बताया बाहर निकालने के लिए क्या करेंगे, जाएंगे हाईकोर्ट!

21 Apr 2025 5:40 PM

150 किलों के मालिक पिता-पुत्र की हत्या मामले में मामे ने किए बड़े खुलासे| Muktsar double murder

21 Apr 2025 5:36 PM

सांसद अमृतपाल की सहयोगी पपलप्रीत रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश

18 Apr 2025 7:02 PM

पंजाब की ताजा खबरें | देखिये क्या है खास। Spokesman TV | LIVE

18 Apr 2025 7:00 PM

बड़ी खबर: सांसद अमृतपाल को लेने पंजाब पुलिस रवाना, अजनाला कोर्ट में होगी पेशी, देखें LIVE

18 Apr 2025 6:57 PM

भाजपा नेता विनीत जोशी ने अमृतपाल सिंह पर लगाए गए NSA को हटाने का किया विरोध

18 Apr 2025 5:59 PM