फिलहाल, तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को ऑनर्स की डिग्री मिल जाती है।
New Delhi : जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने अगले शैक्षणिक सत्र से चार वर्षीय स्नातक प्रतिष्ठा (ऑनर्स) डिग्री शुरू करने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देश के कार्यान्वयन पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि समिति की रिपोर्ट को जनवरी में अकादमिक परिषद की बैठक में पेश किया जाएगा, जिसके बाद विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कार्यकारी परिषद इस मामले पर गौर करेगी।
फिलहाल, तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को ऑनर्स की डिग्री मिल जाती है।
जामिया के कुलसचिव नाज़िम हसन अल जाफरी ने कहा, ‘‘ हमने चार साल की स्नातक डिग्री पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के कार्यान्वयन को देखने के लिए एक समिति का गठन किया है। समिति इस मामले को देख रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस संबंध में एक रिपोर्ट दे देगी।”
उन्होंने कहा कि समिति तीन साल के पाठ्यक्रम को चार साल में बांटने के तरीकों पर गौर कर रही है।
यूजीसी ने इस महीने के शुरू में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यचर्या और क्रेडिट रूपरेखा को अधिसूचित किया था, जो विद्यार्थियों को प्रवेश और निकास के लिए कई विकल्प प्रदान करेगा।
कार्यक्रम के अनुसार, विद्यार्थी मौजूदा समय की तरह तीन साल के पाठ्यक्रम के बजाय केवल चार साल की प्रतिष्ठा डिग्री हासिल कर सकेंगे। प्रतिष्ठा डिग्री भी दो श्रेणियों में प्रदान की जाएंगी - प्रतिष्ठा (ऑनर्स) और शोध के साथ प्रतिष्ठा (ऑनर्स विद रिसर्च)।