केजरीवाल ने प्रदूषण स्तर कम करने में सरकारी पहलों में मदद के लिए दिल्ली के लोगों को भी धन्यवाद दिया।
New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दियों के आगामी मौसम में राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार को 15 सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की। साथ ही दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में सरकार की पहल के कारण प्रदूषण का स्तर कम हुआ है। केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तथा ‘ईवी’ नीति, ताप बिजली घरों को बंद करने, 24 घंटे बिजली आपूर्ति, पौधरोपण जैसी सरकार की पहल के कारण ही पिछले आठ वर्षों में गंभीर प्रदूषण के स्तर वाले दिनों में कमी आई। केजरीवाल ने प्रदूषण स्तर कम करने में सरकारी पहलों में मदद के लिए दिल्ली के लोगों को भी धन्यवाद दिया।
उन्होंने शीतकालीन कार्रवाई योजना की घोषणा करते हुए कहा कि पराली के निस्तारण के लिए पिछले वर्ष 4,400 हेक्टेयर में पूसा बायोडिकम्पोजर का छिड़काव किया गया था, इस वर्ष 5000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर इसका छिड़काव किया जाएगा। पूसा बायोडिकम्पोजर का निर्माण भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) ने किया था । यह एक प्रकार का घोल है जो पराली का निस्तारण 15-20 दिन में कर देता है।
सरकार ज्यादा धूल प्रदूषण वाले 13 स्थानों पर इसे रोकने के लिए पानी का छिड़काव करने वाले 530 उपकरणों का इस्तेमाल करेगी तथा 385 टीम वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्रों की जांच करेंगी ताकि निर्धारित सीमा से अधिक पुराने वाहनों को रोका जा सके। उच्चतम न्यायालय ने 2018 में दिल्ली में क्रमशः 10 और 15 साल से अधिक पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया। इसमें कहा गया था कि आदेश का उल्लंघन कर चलने वाले वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) का 2014 का एक आदेश 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को सार्वजनिक स्थानों पर खड़ा करने पर रोक लगाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध है और 611 टीम इसकी निगरानी करेंगी।. उन्होंने लोगों से ‘ग्रीन दिल्ली’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और प्रदूषण पैदा करने वाली किसी भी गतिविधि की सूचना सरकार को देने का भी आग्रह किया। भाजपा ने हालांकि कार्य योजना को लेकर केजरीवाल सरकार की आलोचना की और इसे “जोड़-तोड़कर” किया गया काम बताया।
पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल की शीतकालीन कार्य योजना सिर्फ दिखावा है। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर केजरीवाल ने कुछ नहीं किया। आज प्रस्तुत शीतकालीन कार्य योजना पिछले वर्ष प्रस्तुत योजना की नकल है।”
एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पंजाब में सत्ता संभालने से पहले आप ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए उत्तरी राज्य को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, “लेकिन अब, केजरीवाल पंजाब पर चुप हैं।”
हालांकि, पंजाब में पराली जलाने की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, “पिछले साल, हमारी सरकार बनी थी, हमें छह से सात महीने ही मिले थे। लेकिन सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले वर्ष उससे पिछले साल की तुलना 30 प्रतिशत कम पराली जलाई गई थी।” उन्होंने कहा, इस साल फसलों के विविधीकरण सहित कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके तहत किसानों को धान के अलावा अन्य फसलें उगाने के लिए कहा गया है। आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख ने कहा, “इससे पानी की बचत होगी और पराली (उत्पादन) भी कम होगा।”