एम्स के सर्वर में सेंधमारी का बुधवार सुबह पता चला था। आशंका जताई जा रही है कि सेंधमारी के कारण लगभग 3-4 करोड़ मरीजों का डेटा प्रभावित हो सकता है।
New Delhi : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का सर्वर मंगलवार को लगातार सातवें दिन भी ठप रहा। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सर्वर पर ‘ई-अस्पताल डेटा’ बहाल कर लिया गया है।
वहीं, एम्स ने दो ‘सिस्टम एनालिस्ट’ को काम में लापरवाही बरतने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद सोमवार को निलंबित कर दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों की सिफारिशों के अनुसार अस्पताल में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
एम्स के सर्वर में सेंधमारी का बुधवार सुबह पता चला था। आशंका जताई जा रही है कि सेंधमारी के कारण लगभग 3-4 करोड़ मरीजों का डेटा प्रभावित हो सकता है।
सूत्रों ने कहा कि सर्वर डाउन होने के कारण आपातकालीन इकाई में रोगी देखभाल सेवाएं, बाह्य रोगी, भर्ती रोगी और प्रयोगशाला अनुभाग को कागजी रूप से प्रबंधित किया जा रहा है।
भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि रैंसमवेयर हमले की जांच कर रहे हैं। रैंसमवेयर हमले के कारण कंप्यूटर तक पहुंच बाधित हो जाती है और पहुंच देने के लिए हैकर धन की मांग करते हैं।
दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा 25 नवंबर को जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।.
एम्स-दिल्ली ने एक बयान में कहा, ‘‘डेटा बहाली और सर्वर को दुरुस्त करने का कार्य प्रगति पर है और डेटा की मात्रा तथा अस्पताल सेवाओं के लिए सर्वर की बड़ी संख्या के कारण कुछ समय लग रहा है। साइबर सुरक्षा के लिए उपाय किए जा रहे हैं।’