मौजूदा चुनावी कार्यक्रम के तहत राज्य में एक अक्टूबर को मतदान और चार अक्टूबर को मतगणना होनी है।
Haryana Assembly Election 2024: नई दिल्ली: छुट्टियों और त्योहारों के करीब पड़ रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव को बदलने की मांग ने भले ही जोर पकड़ा है लेकिन निर्वाचन आयोग इस पर किसी भी अंतिम फैसले से पहले राज्य के बाकी दलों से भी रायशुमारी की तैयारी में है। माना जा रहा है कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर बाकी राजनीतिक दलों से भी चर्चा कर सकता है। मौजूदा चुनावी कार्यक्रम के तहत राज्य में एक अक्टूबर को मतदान और चार अक्टूबर को मतगणना होनी है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव की यह मांग उस समय तेज हुई है, जब मतदान की तारीख के पहले और बाद में पड़ रही छुट्टियों का हवाला देते हुए भाजपा ने निर्वाचन आयोग के सामने बदलाव की यह मांग रखी। भाजपा का कहना था कि लंबी छुट्टियों के चलते लोग घूमने के लिए जा सकते हैं। ऐसे में मतदान प्रतिशत में कमी हो सकती है। इसलिए मतदान की तारीख में बदलाव किया जाए। भाजपा की इस मांग का राज्य के प्रमुख दल इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने भी समर्थन किया।
साथ ही अखिल भारतीय विश्नोई समाज आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तारीख बदलने की मांग की है। हालांकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने घोषित तारीख पर ही चुनाव कराए जाने की राए जाहिर करते हुए मतदान की तिथि बदलने जानें के किसी भी प्रस्ताव का विरोध नहीं किया है.
भाजपा और इनेलो के तर्कों से सहमत आयोग ।
सूत्रों की मानें तो आयोग भी भाजपा और इनेलो के केतकों से सहमत है लेकिन वह इस मुद्दे पर राज्य के बाकी दलों की भी राय जानना चाहता है। यदि सभी दलों ने इस पर सहमति जताई तो बदलाव किया जा सकता है। रही बात मतदान कम होने की, तो उसका असर सभी दलों पर देखने को मिलेगा। फिलहाल निर्वाचन आयोग के जो पिछले अनुभव रहे है, उनमें छुट्टियों में या सप्ताह के अंत में चुनाव कराने से मतदान प्रतिशत में गिरावट ही देखने को मिला है। राज्य में फिलहाल भाजपा और इनेलो के अतिरिक्त और भी जो प्रमुख दल चुनाव मैदान में हैं, उनमें कांग्रेस, आप, बसपा, जजपा शामिल है।
(For more news apart from Haryana Assembly Election 2024: Election Commission will also take opinion of other parties to change voting date , stay tuned to Rozana Spokesman hindi)