सोमवार शाम को सोनीपत की ऋषि कॉलोनी स्थित श्मशान घाट पर मां-बेटे दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।
Haryana News: हरियाणा के सोनीपत में एक बेटा अपनी बुजुर्ग मां की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका. परिवार बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार की तैयारियों में व्यस्त था, इसी बीच हरियाणा रोडवेज में कार्यरत उनके बेटे की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. इसके बाद परिवार ने एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया. दो मौतों से परिवार सदमे में है।
सोनीपत शहर के जटवाड़ा निवासी 84 वर्षीय महिला सावित्री देवी की रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मौत हो गई। इसकी जानकारी अन्य स्थानों पर रहने वाले परिजनों व रिश्तेदारों को दी गई। जब शाम तक सभी रिश्तेदार नहीं पहुंच सके तो परिवार ने तय किया कि सोमवार की सुबह सावित्री देवी का अंतिम संस्कार किया जाएगा, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
ये भी पढ़ें: Chandigarh Mayor Election 2024: चंडीगढ़ मेयर चुनाव आज; इंडिया गठबंधन और बीजेपी के बीच पहला मुकाबला
To get all the latest updates, join us on Whatsapp Broadcast Channel.
सोमवार की सुबह सावित्री के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इसी बीच सुबह करीब 10 बजे उनके बेटे प्रमोद कुमार (51) को सीने में दर्द महसूस हुआ और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने प्रमोद को भी मृत घोषित कर दिया।
प्रमोद कुमार हरियाणा रोडवेज सोनीपत में मैकेनिक था। प्रमोद कुमार का एक बेटा राहुल, एक बहू और एक बेटी है, लेकिन वह अपनी माँ से बहुत प्यार करते थे। इसके बाद सोमवार शाम को सोनीपत की ऋषि कॉलोनी स्थित श्मशान घाट पर मां-बेटे दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इसी बीच बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। प्रमोद कुमार की पत्नी मोनिका की 2015 में मौत हो गई थी. मां की देखभाल और बच्चों के पालन-पोषण के लिए परिवार ने 2016 में प्रमोद की दूसरी शादी कर दी। बाद में उनकी दूसरी पत्नी पारुल ने उन्हें छोड़ दिया।