अध्ययन के अनुसार, विकिरण के प्रभाव में इस कमी से 27 मीट्रिक टन बर्फ पिघलने से बची होगी।
New Delhi: भारत में 25 मार्च, 2020 से 31 मई, 2020 तक लागू रहे राष्ट्रीय लॉकडाउन ने हिमालय में लगभग 27 मीट्रिक टन बर्फ को पिघलने से रोक लिया। एक नये अध्ययन में यह दावा किया गया है।
‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ (पीएनएएस) नेक्सस में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि 2020 के कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान मानवजनित प्रदूषक उत्सर्जन में कमी से हिमालय में बर्फ पिघलने में कमी आई।
बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी, चीन के लिकियांग झांग और उनके सहयोगियों ने इस बात का पता लगाने का प्रयास किया कि क्षेत्र में प्रदूषणकारी तत्वों में अचानक आई कमी से बर्फ पिघलने पर असर कैसे पड़ा। इसके लिए उपग्रहों से प्राप्त अनेक आंकड़ों का इस्तेमाल वायुमंडल-रसायन-बर्फ मॉडल के साथ किया गया।
अध्ययनकर्ताओं का अनुमान है कि भारत में लॉकडाउन के दौरान मानवजनित प्रदूषक उत्सर्जन में कमी अप्रैल 2020 में बर्फ पर विकिरण के प्रभाव में 2019 में इसी अवधि की तुलना में 71.6 प्रतिशत कमी के लिए जिम्मेदार थी। अध्ययन के अनुसार, विकिरण के प्रभाव में इस कमी से 27 मीट्रिक टन बर्फ पिघलने से बची होगी।