कुल्लू में पर्वतीय रोहतांग दर्रे तथा शिमला के चांसेल में हल्का हिमपात हुआ।
शिमला : हिमाचल प्रदेश के किन्नौर, लाहौल एवं स्पीति, कुल्लू, मंडी तथा शिमला जिलों में ऊंचाई वाले स्थानों पर सोमवार की रात हल्की बर्फबारी हुई तथा निचले पहाड़ी क्षेत्रों में तेज वर्षा एवं गरज के साथ बौछारें पड़ी। कुल्लू में पर्वतीय रोहतांग दर्रे तथा शिमला के चांसेल में हल्का हिमपात हुआ। रोहतांग दर्रा लाहौल एवं स्पीति जाने का मुख्य मार्ग भी है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ताजी बर्फबारी से न्यूनतम तापमान में गिरावट आयी है तथा पिछले 24 घंटे में पारा छह से नौ डिग्री नीचे लुढ़क गया। जनजातीय क्षेत्र लाहौल एवं स्पीति के केलोंग में 1.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ सबसे सर्द रात रही।
ऊंचे स्थानों पर हिमपात की पुष्टि करते हुए मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक सुरिंदर पॉल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि 14 अक्टूबर से राज्य में एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ आएगा जिसके फलस्वरूप ऊंचे स्थानों पर हिमपात तथा निचले पहाड़ों पर वर्षा होगी।
मौसम विभाग कार्यालय के अनुसार बिलासपुर जिले के ब्राह्मणी में 18 मिलीमीटर, उना में 16 मिलीमीटर, भारमौर में 14.5 मिलीमीटर, डलहौजी में 13 मिलीमीटर, सराहन में 11 मिलीमीटर, भुंतर में आठ मिलीमीटर, पालमपुर में 7.5 मिलीमीटर तथा शिमला, शिवबाग और जूब्बेरहट्टी में करीब छह मिलीमीटर वर्षा हुई।
हिमपात से ज्यादातर क्षेत्रों खासकर लाहौल एवं स्पीति तथा कुल्लू में होटल मालिकों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी। ‘फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल्स एडं रेस्टोरेंट एसोसिएशन’ के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि लोगों में हिमपात देखने का जुनून होता है तथा हिमपात से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में निश्चित ही बढ़ोत्तरी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें आशा है कि 24 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक होने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा पर्यटक कुल्लू एवं मनाली आयेंगे।’’