नंदा ने कहा कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है।.
शिमला : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को कहा कि इसने उन 2,440 मतदान केंद्रों की पहचान की है, जहां वह कमजोर है और 2024 के आम चुनाव से पहले इन क्षेत्रों में खुद को मजबूत करने पर काम कर रही है। भाजपा प्रवक्ता करण नंदा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पिछले तीन लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन के आधार पर राज्य के कुल 7,883 मतदान केंद्रों में से ''कमजोर मतदान केंद्रों’’ को चिह्नित किया गया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा सांसद इन मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे और अगले साल होने वाले चुनावों में पार्टी की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए घर-घर जाएंगे। नंदा ने कहा कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है।
भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी ने शिमला, कांगड़ा, मंडी और हमीरपुर के चार संसदीय क्षेत्रों में से प्रत्येक में 100 बूथ और राज्य के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में 30 मतदान केंद्रों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और बूथ स्तर पर कार्यक्रमों की आवृत्ति बढ़ाई जाएगी।
नंदा ने कहा कि इन कमजोर मतदान केंद्रों पर पार्टी को मजबूत करने के लिए अन्य मतदान केंद्रों और मंडलों से अतिरिक्त कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 69.11 फीसदी वोट मिले थे और इसने चारों सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 27.30 फीसदी वोट मिले थे। हालांकि, 2021 में मौजूदा सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद मंडी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा हार गई थी। भाजपा 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव हार गई और इस चुनाव में कांग्रेस को 40 सीट मिलीं। भाजपा ने 25 और निर्दलीयों ने तीन सीट जीती थीं।