जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते दस माह में हिमाचल प्रदेश दस वर्ष पीछे चला गया है।
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही जारी है. मंगलवार (19 सितंबर) को राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद बंद किए गए संस्थानों और कार्यालयों को लेकर विधानसभा सदन में खूब हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी द्वारा पूछे गए सवाल को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बीच तीखी तकरार हुई. मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि वह राजनीतिक लाभ के लिए वहीं, बल्कि जनता की जरुरतों के हिसाब से बंद संस्थानों को खोलेंगे।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू और कांग्रेस सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस विधायकों को यह संस्थान नहीं चाहिए तो वो सरकार को इस बाबत लिखकर दें।
कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी ने सवाल पूछा कि बंद किए गए संस्थानों और कार्यालयों में क्या पद सृजित थे या यह सिर्फ अधिसूचनाएं ही थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जयराम ठाकुर ने सवाल करते हुए कहा कि हिमाचल में कई संस्थान आठ माह से फंक्शनल थे, अधिकारी उन कार्यालयों में बैठे थे। फिर भी उन्हें बंद कर दिया गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते दस माह में हिमाचल प्रदेश दस वर्ष पीछे चला गया है। जो संस्थान स्थापित हो गए हैं, क्या उन्हें दोबारा से नोटिफाई किया जाएगा। इस पर सदन में स्थिति स्पष्ट की जाए।
जयराम ठाकुर के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष चार मिनट तक सदन में बोलते रहे और हमने उनकी बात को ध्यान से सुना। मेरा उनसे आग्रह है कि वह अलग से सवाल लगाए, हम विस्तृत जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार पिछली सरकार की तरह नहीं करेगी। पहले पद भरे जाएंगे फिर संस्थान खोले जाएंगे।