सोलन जिले की चार, सिरमौर जिले की दो व ऊना के एक दवा उत्पादों के सैंपल मानकों पर सही नहीं उतर पाई।
Himachal Pradesh News In Hindi: हिमाचल प्रदेश से आने वाली कई दवाओं के सैंपल फेल हो गए है। बता दें कि इस दौरान हिमाचल के राज्य दवा नियंत्रक ने इस मामले में कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए है उनमें, हिमाचल में निर्मित 23 दवाओं सहित देशभर में निर्मित 52 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। वहीं प्रदेश में संक्रमण, बुखार, अल्सर और खांसी के साथ उच्च रक्तचाप, मांसपेशियों की कमजोरी, की दवाओं के सैंपल शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक सोलन जिले की चार, सिरमौर जिले की दो व ऊना के एक दवा उत्पादों के सैंपल मानकों पर सही नहीं उतर पाई। साथ ही पंजाब के टिकोमा फार्मेसिया की यौन संचारित रोग की दवा पेडक्षिम-200, आंध्र प्रदेश के डाक्टर्स वेट फार्मा की ऐंठन की दवा डाफलोक्स ओजेडटी, छत्तीसगढ़ के ट्रांस्फलेक्स का सर्जिकल स्पिरिट, तेलंगाना के सिफ्लोन ड्रग्स फार्मास्यूटिकल्स की आंतों के संक्रमण की दवा सिफ अल्बेन सस्पेंशन आदि दवाओं का सैंपल फेल हुआ है।
हिमाचल के इन दवाओं की गुणवत्ता खराब
झाड़माजरी (बद्दी) के स्कॉट एडिल फार्मेसिया उद्योग की उच्च रक्तचाप की दवा मेटोप्रोलोल सक्सीनेट एक्सटेंडेड रिलीज, डैक्सिन फार्मास्यूटिकल की निमोनिया की दवा सिफरोक्सिाइम एक्सिंटल, बद्दी के विग्स बायोटेक उद्योग में निर्मित गठिया की दवा प्रेडनीसोलोन - टैबलेट, ऊना के ब्रांड इंजेक्टेबल उद्योग की न्यूरोपैथिक दर्द की दवा मेकोबालामिन की गुणवत्ता खराब पाई गई।
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