शहीद निर्मल महतो ने अपनी नेतृत्व क्षमता से झारखंड अलग राज्य आंदोलन को ताकत और धार दी थी
जमशेदपुर (संवादाता) ; मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर आज पूरा राज्य उन्हें याद और नमन कर रहा है। वे झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रणेता थे। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से झारखंड अलग राज्य आंदोलन और संघर्ष को ताकत और धार दी थी । इस खातिर उन्होंने अपनी कुर्बानी दे दी। झारखंड अलग राज्य आंदोलन में उनके योगदान को कभी भुला नहीं सकते हैं। हमें उनके सपनों और बताए गए पद चिन्हों पर चलकर झारखण्ड का नवनिर्माण करना है । मुख्यमंत्री आज वीर शहीद निर्मल महतो के 72वें जन्मदिन के अवसर पर जमशेदपुर के कदमा, उलियान स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उनके आवास स्थितओ स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित किया और परिजनों से मुलाकात की।
झारखंड राज्य के लिए कई वीरों ने शहादत दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय गुरुजी के नेतृत्व में झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कई वीरों ने अपने शहादत दी थी। आज हम उन शहीदों के सपनों के झारखंड का निर्माण करने का काम कर रहें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य आंदोलन के वीर- शहीदों को पूरा सम्मान और अधिकार देने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। शहीदों के परिजनों/ आश्रितों को पेंशन के साथ नौकरियों में क्षैतिज आरक्षण समेत कई अन्य सुविधाएं देने का निर्णय लिया है।
हर वर्ग और तबके के उत्थान और विकास के लिए कल्याणकारी योजनाएं
यहाँ के आदिवासी, दलित, पिछड़े, गरीब, किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें आच्छादित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हमारे राज्य के आंदोलनकारियों ने सामंतवाद के खिलाफ आंदोलन कर अपने बातों को रखा, उसी प्रकार आज हमें वंचितों, शोषितों, असहाय, गरीब एवं समाज के पिछड़े वर्ग के हक अधिकार के लिए अपने आवाज को बुलंद करना है।
इस अवसर पर मंत्री, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग चम्पाई सोरेन, मंत्री, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग बन्ना गुप्ता, मंत्री, विधायक घाटशिला राम दास सोरेन, विधायक, ईचागढ़ श्रीमती सविता महतो, विधायक, बहरागोड़ा समीर मोहंती, विधायक पोटका संजीव सरदार, विधायक जुगसलाई मंगल कालिंदी बड़ी संख्या में आम जनता उपस्थित रहे।