चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-मई के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 4.3 फीसदी रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 14.3 फीसदी थी.
नई दिल्ली: इस साल मई में आठ बुनियादी उद्योगों की विकास दर धीमी होकर 4.3 फीसदी पर आ गयी. मुख्य रूप से कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली के उत्पादन में कमी के कारण बुनियादी उद्योग की विकास दर धीमी रही।
सरकार ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी. इसके मुताबिक, आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मई 2022 में 19.3 फीसदी थी, जबकि इस साल अप्रैल में यह 4.3 फीसदी थी.
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-मई के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 4.3 फीसदी रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 14.3 फीसदी थी. इन आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए इकरा लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख अदिति नायर ने कहा कि मई में विकास मोटे तौर पर स्थिर रहा।
उन्होंने कहा, ''आईसीआरए को उम्मीद है कि मई 2023 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर सालाना आधार पर चार-छह फीसदी के आसपास रहेगी.'' आठ प्रमुख उद्योगों का आई.आई.पी में 40.27 फीसदी हिस्सेदारी है
समीक्षाधीन महीने में कच्चे तेल का उत्पादन गिरकर 1.9 फीसदी रह गया, जो पिछले साल इसी महीने में 33.5 फीसदी था.
रिफाइनरी उत्पादों की वृद्धि दर भी मई में गिरकर 2.8 फीसदी रह गई, जो एक साल पहले 28 फीसदी थी. समीक्षाधीन उर्वरक, इस्पात और सीमेंट की वृद्धि दर घटकर क्रमश: 9.7 प्रतिशत, 9.2 प्रतिशत और 15.5 प्रतिशत रह गई।