सेंसेक्स और निफ्टी में भी 1500 और 500 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है.
Share Market: अमेरिका में मंदी से जहां अमेरिकी बाजार हिल गया, वहीं इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिला. कारोबारी हफ्ते का पहला दिन सोमवार भी शेयर बाजार के लिए 'ब्लैक मंडे' जैसा नजर आ रहा है। बाजार खुलते ही आज भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की सुनामी आ गई और सेंसेक्स-निफ्टी क्रैश हो गए. इसके पीछे वैश्विक में गिरावट है. अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट के चलते घरेलू शेयर बाजार टूट गये हैं। बैंक निफ्टी 650 अंक से ज्यादा की गिरावबाजारोंट के साथ खुला और शुरुआती मिनटों में 800 अंक गिरकर 50560 पर आ गया। वहीं सेंसेक्स और निफ्टी में भी 1500 और 500 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है.
सोमवार को बाजार खुलते ही टूट गया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सोमवार को पिछले बंद से 1,200 अंक नीचे 79,700.77 पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी 424 अंक नीचे खुला। इससे पहले बीते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में सुनामी जैसा मंजर देखने को मिला था. शुक्रवार को सेंसेक्स 885.60 अंक गिरकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 50 की बात करें तो यह 293.20 अंक गिरकर 24,717.70 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं, प्री-ओपनिंग में सेंसेक्स 3000 अंक से ज्यादा गिर गया, जबकि निफ्टी में 700 अंक की भारी गिरावट देखी गई। बाजार खुलने के महज 10 मिनट के भीतर शुरुआती गिरावट गहरा गई, सेंसेक्स 1,585.81 अंक गिरकर 79,396.14 पर आ गया, जबकि निफ्टी 499.40 अंक टूटकर 24,218.30 पर आ गया।
अमेरिका में मंदी से टूटा बाजार
शेयर बाजार में आई सुनामी के कारण अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा में बड़ी गिरावट आई है, जिससे संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिका में मंदी आ सकती है। इसके अलावा बेरोजगारों की संख्या में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है, जिसका सीधा असर अमेरिकी बाजार पर पड़ा है. इसके साथ ही आईटी सेक्टर में छंटनी की घोषणा से संकट गहरा गया है, जिससे वैश्विक आईटी सेक्टर भी भारी दबाव में है।
अमेरिका में बेरोजगारी दर 4.3 फीसदी तक पहुंच गई है. यह अक्टूबर 2021 के बाद से अमेरिका में सबसे अधिक बेरोजगारी का आंकड़ा है। बेरोज़गारी दर में वृद्धि बाज़ार की अपेक्षाओं से अधिक हो गई और एक बार फिर मंदी की आशंका बढ़ गई। विश्लेषकों का मानना है कि बेरोजगारी में भारी वृद्धि आसन्न मंदी का संकेत है। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज वायदा आज सुबह 7 बजे 375 अंक (लगभग 1 प्रतिशत) से अधिक नीचे था। इससे पहले शुक्रवार को डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 610.71 अंक या 1.51 फीसदी गिर गया था. जबकि एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.84 फीसदी और टेक स्टॉक फोकस्ड इंडेक्स नैस्डैक कंपोजिट 2.43 फीसदी के नुकसान पर था.
इसके अलावा बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरें बढ़ा दी हैं, जिससे जापान के शेयर बाजार में भी गिरावट आई है. इसके साथ ही हमास नेता की हत्या के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है, जिससे ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका गहरा गई है. इस बात का असर वैश्विक बाजार पर भी पड़ रहा है, जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिला है।
निवेशकों को 9.52 लाख करोड़ का नुकसान
आज बाजार की इस गिरावट में बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 9.52 लाख करोड़ रुपये कम हो गया है, यानी बाजार खुलते ही निवेशकों की संपत्ति 9.52 लाख करोड़ रुपये कम हो गई है. एक कारोबारी दिन पहले यानी 2 अगस्त 2024 को बीएसई पर लिस्टेड सभी शेयरों का कुल मार्केट कैप 4,57,16,946.13 करोड़ रुपये था। आज 5 अगस्त 2024 को बाजार खुलते ही यह घटकर 4,47,64,692.65 करोड़ रुपये पर आ गया. इसका मतलब है कि निवेशकों की पूंजी 9,52,253.48 करोड़ रुपये घट गई है.
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