भारत को इनके उचित समाधान के लिए भागीदार देशों से बात करनी चाहिए।’’
New Delhi: भारत को वर्ष 2030 तक निर्यात में 1,000 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल करने के लिए अमेरिका, चीन और जापान जैसे विभिन्न देशों में घरेलू निर्यातकों को पेश होने वाली गैर-व्यापार बाधाएं (एनटीबी) दूर करने की दिशा में तेजी से काम करने की जरूरत है। शोध संगठन जीटीआरआई ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।
‘ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव’ (जीटीआरआई) ने निर्यात पर गैर-व्यापार बाधाओं का असर कम करने के लिए दोतरफा रणनीति का सुझाव भी दिया। जीटीआरआई के सह-संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पूर्व-पंजीकरण जरूरतों को पूरा करने में समय लगने और कई देशों में अनुचित घरेलू मानकों/नियमों की मौजूदगी से भारत के कई निर्यात प्रभावित होते हैं। भारत को इनके उचित समाधान के लिए भागीदार देशों से बात करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि भारत के कई खाद्य व कृषि उत्पादों को उच्च कीटनाशक स्तर, कीटों की उपस्थिति और मुंहपका-खुरपका रोग के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारत को हर मुद्दे को उठाना चाहिए और उसे कम से कम समय में हल करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत का निर्यात क्षमता से काफी कम है क्योंकि उन्हें यूरोपीय संघ, अमेरिका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और कई अन्य देशों में एनटीबी का सामना करना पड़ रहा है।’’