frogs marriage news: मेंढकों की शादी, पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ विवाह का आयोजन

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frogs marriage news: मेंढकों की शादी, पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ विवाह का आयोजन
Published : Mar 19, 2024, 1:58 pm IST
Updated : Mar 19, 2024, 1:58 pm IST
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 Wedding of frogs, with traditional customs news in hindi
Wedding of frogs, with traditional customs news in hindi

असम में सूखे की चल रही समस्या के बीच, गोरेहागी गांव के लोगों ने बारिश के देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पुराने तरीकों का सहारा लिया है।

Frogs Marriage News In Hindi :  आप कई शादियों में गए होंगे और वहां जाकर दुल्हा दुल्हन के साथ फोटो भी खिंचवाई होंगी। लेकिन एक अजब शादी इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिसकी गजब कहानी को हर कोई जानना चाहता है। तो चलिए आपको भी बताते है इस अजब गजब शादी के पीछे का राज और इसके पीछे की वजह।

जानकारी के मुताबिक असम के एक गांव में मेंढकों की शादी का आयोजन किया गया। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वहीं लोग इसको लेकर अपनी अलग अलग प्रतिक्रिया दे रहे है। ऐसे में हम आपको बताते है कि इस शादी को करवाने की क्या वजह है।

बता दें कि असम में सूखे की चल रही समस्या के बीच, बिश्वनाथ जिले के आदर्श गोरेहागी गांव के स्थानीय लोगों ने बारिश के देवताओं को प्रसन्न करने के लिए सदियों पुराने तरीकों का सहारा लिया है। इस दौरान रीति-रिवाजों के साथ एक समारोह में मेंढकों की शादी कराई गई। वहीं इस शादी समारोह में गोरेहागी गांव के 700 परिवारों ने मेंढक विवाह का आयोजन किया।

बता दें कि इस शादी समारोह को 'भेकुली बिया' के नाम से जाना जाता है,  इस समारोह में सभी उम्र के ग्रामीणों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी जाती है। क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद आसमान खुलेगा और उनकी सूखाग्रस्त भूमि को राहत मिलेगी।

लंबे समय से वर्षा की अनुपस्थिति ने राज्य में कृषि समुदाय पर संकट की छाया डाल दी है, जहां किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। वहीं मेंढक की शादी एक प्राचीन समारोह है जिसमें सूखे जैसी स्थिति से राहत पाने के लिए बारिश के देवता को खुश करने के लिए पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ जंगली मेंढकों की शादी कराई जाती है।

वहीं गोरहागी गांव के ग्रामीणों ने इसको लेकर जानकारी दी और बताया कि मेंढक की शादी कराने का फैसला कई दिनों से बारिश न होने के कारण लिया गया है और यह उनकी परंपरा है। ऐसा करने से देवता खुश हो जाते है और बारिश होती है।

खैर इस परंपरा को देख कर हर कोई हैरान हो जाएगा। लेकिन ऐसी मान्यताएं कई जगहों पर बरसों से अपनाई जा रही है। जिसका हर समाज सम्मान करता हैं।

  (For more news apart from Wedding of frogs, with traditional customs news in hindi, stay tuned to Rozana Spokesman)

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