साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 नंबर पर कॉल करें।
नई दिल्ली: क्या आप डिजिटल ट्रांजैक्शन करते हैं ? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए काफी फायदेमंद है। आजकल हर कोई क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर/सीवीवी/ओटीपी मांग के धोखाधड़ी करने वाले जालसाजों के निशाने पर हैं। ऐसे में अगर साइबर ठगों ने आपके अकाउंट में कुछ गड़बड़ी की है तो तुरंत यह कदम उठाएं। मुमकिन है कि आपको पूरा रिफंड मिल जाए।
दरअसल त्योहारी सीजन में कभी कैशबैक के नाम पर तो कभी केवाईसी के नाम पर यूजर्स के खाते खाली हो जाते हैं क्योंकि आपकी छोटी सी गलती से बड़ा नुकसान हो जाता है। ऐसे में ठगी के शिकार लोगों को समझ नहीं आता कि क्या किया जाए? ' तो चलिए जानते हैं कि अगर आप साइबर फ्रॉड के शिकार हैं तो क्या करें, कैसे रिफंड पाएं।
1. साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 नंबर पर कॉल करें। शिकायत दर्ज करने के बाद, आपके पैसे वापस मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यह नंबर गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल का सेंट्रलाइज्ड नंबर है। जो पूरे देश में लागू है। गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल Cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज कराएं।
2. पूरी घटना के बारे में तुरंत अपने बैंक को सूचित करें। खाता ब्लॉक करें। कई बार देखा गया है कि साइबर बदमाश पैसे निकल जाने के बाद पीड़ित के खाते से पैसे निकालने की कोशिश करते हैं। यदि आपका मोबाइल हैक हो गया है, तो सिम प्रदाता कंपनी को कॉल करें और अपना सिम ब्लॉक करवाएं।
3. आपको अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर दर्ज करानी होगी। शिकायत दर्ज करते समय आपको बैंक पासबुक की रिकॉर्ड कॉपी, आईडी कॉपी और एड्रेस प्रूफ पुलिस स्टेशन में जमा करना होगा।