मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में विस्फोटक और एक स्वचालित हथियार बरामद हुआ है।
सुकमा (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह मुठभेड़ में एक महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में विस्फोटक और एक स्वचालित हथियार बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि दोनों नक्सलियों के सिर पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम था।
सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि जिले के भेजी थाना क्षेत्र के अंतर्गत दंतेशपुरम गांव के जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने नक्सली कमांडर मड़कम एर्रा और नक्सली पोडियम भीमे को मार गिराया। दंतेशपुरम गांव राज्य की राजधानी रायपुर से 400 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित है।
शर्मा ने बताया कि माओवादियों के गोलापल्ली लोकल ऑर्गेनाइजेशन स्क्वायड (एलओएस) के कमांडर मड़कम एर्रा की उपस्थिति की सूचना मिलने पर लगभग 35 की संख्या में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा बटालियन के दल को गश्त पर रवाना किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद डीआरजी और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन की अलग अलग टीम ने रविवार रात को अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि जब गश्त पर निकली डीआरजी की टीम में से एक ने दंतेशपुरम जंगल को घेर लिया तो नक्सलियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
शर्मा ने बताया कि गोलीबारी खत्म होने के बाद जब घटनास्थल की तलाशी ली गई तब वहां से दो नक्सलियों के शव, हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों की पहचान गोलापल्ली एलओएस के सक्रिय कमांडर मड़कम ऐर्रा और इसी संगठन के डिप्टी कमांडर मड़कम भीमे के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि नक्सली ऐर्रा के सिर पर आठ लाख रुपये और भीमे के सिर पर तीन लाख रुपये का इनाम था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कमांडर ऐर्रा के खिलाफ कथित तौर पर दो दर्जन से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप था।. उन्होंने बताया कि आस पास के इलाकों में तलाशी अभियान जारी है.