इक्रोग्रैविटी के तहत अंतरिक्ष में पौधे उगाना अंतरिक्ष जैविक अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है
ISRO News In Hindi: एमिटी यूनिवर्सिटी-मुंबई द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए पालक में कैलस टिश्यू ग्रोथ के लक्षण पाए गए हैं। वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए पालक के ऊतक को 350 किमी की ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले POEM-4 मॉड्यूल में रखा गया है।
माइक्रोग्रैविटी के तहत अंतरिक्ष में पौधे उगाना अंतरिक्ष जैविक अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और लंबी अवधि के मानव मिशनों के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक उपयोगी गतिविधि है।
एमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संतोष कुमार ने कहा, ''पीओईएम-4 प्लेटफॉर्म के प्रारंभिक डेटा ने पालक कॉल में वृद्धि का संकेत दिया है।'' उन्होंने कहा कि इसरो से प्राप्त डेटा आशाजनक है और उपकरण अच्छी स्थिति में हैं।
कुमार ने कहा कि पारंपरिक बीजों के बजाय कैलस टिशू उगाने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि इससे शोधकर्ताओं को रंग की निगरानी करके विकास की अधिक आसानी से निगरानी करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक समान मॉड्यूल की कॉल में भी इसी तरह की वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा, "इस प्रयोग का मुख्य उद्देश्य कैलस के माध्यम से पौधों के विकास के माध्यम से अंतरिक्ष अभियानों के दौरान भोजन और पोषण की क्षमता का पता लगाना है।"
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