बताया जा रहा है कि इन पर करीब 19 हजार करोड़ रुपये की लागत का लगाया गया है।
Amrit Bharat Railway Station Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 26 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए अमृत भारत योजना के तहत देश के 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकाश का शिलान्यास करेंगे। बताया जा रहा है कि इन पर करीब 19 हजार करोड़ रुपये की लागत का लगाया गया है।
"अमृत भारत स्टेशन" योजना के तहत देश भर में कुल 1309 रेलवे स्टेशनों का आधुनिक तरीके से पुनर्विकास कर रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों की रेल यात्रा को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना और उनके अनुभव को पहले से बेहतर बनाना है। इस योजना में प्रत्येक स्टेशन की दीर्घकालिक जरूरतों और उसके यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
तो चलिए आपको बताते हैं कि इस योजना के तहत यात्रियों को क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी।
"अमृत भारत स्टेशन" योजना के तहत स्टेशन की मौजूदा संरचनाओं, खासकर प्रवेश द्वारों को पहले से आकर्षक बनाया जाएगा .
यात्रियों की सुविधा और भविष्य में होने वाले विकास के लिए जगह को रिजर्व करने के लिए पुरानी इमारतों को स्थानांतरित किया जाएगा। जिस स्टेशन पर संभव होगा, वहां पर नए भवन को बनाने से ज्यादा पुरानी संरचना में ही सुधार किया जाएगा। स्टेशनों पर Waiting Hall के साथ ही कैंटीन और अन्य खान-पान की सुविधाएं रखी जाएंगी। प्रत्येक स्टेशन पर 'One Station One Product' के दो स्टॉल लगाने की जगह को रिजर्व रखा जाएगा। स्टेशन पर बिजनेस मीटिंग्स के लिए सुविधाजनक और आरामदायक लाउंज बनाए जाएंगे।स्टेशन पर हर जगह आसान भाषाओं वाले होर्डिंग्स और साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, ताकि यात्री अपनी सुविधा के मुताबिक जानकारी हासिल कर सकें। सभी स्टेशनों के पाथवे को पहले से अधिक चौड़ा किया जाएगा। स्टेशनों पर लिफ्ट, स्वचलित पाथवे, पार्किंग और रोशनी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। स्टेशन को पोस्टर, तस्वीर, मूर्तियों, कलाकृतियों और पौधों द्वारा सजाया जाएगा। स्टेशन पर स्थानीय कला की झलक प्रस्तुत करती तस्वीरें और कलाकृतियां लगाई जाएंगी। प्लेटफॉर्म लाइनों और ट्रेन रखरखाव सुविधाओं पर उच्च-स्तरीय प्लेटफॉर्म और गिट्टी वालो ट्रैक स्थापित किए जाएंगे।
और भी कई सुविधाएं
-खूबसूरती से डिजाइन किए गए कवर से ढकी हुई सेल्फ-क्लीनिंग वाली नालियां होंगी, जो जल निकासी पथ के रूप में कार्य करेंगी।
-स्टेशन पर लगे केबल खूबसूरत डिजाइन से ढके होंगे।
-यात्रियों के लिए मुफ्त वाई-फाई सुविधा और टावर स्पेस भविष्य में 5जी नेटवर्क के लिए आरक्षित किया जाएगा।
-स्टेशन पर अत्यधिक टिकाऊ, डस्ट-प्रूफ और कम रखरखाव वाली सामग्री का उपयोग किया जाएगा।
-वेटिंग हॉल, प्लेटफॉर्म, रिटायरिंग रूम और कार्यालयों में आरामदायक और टिकाऊ फर्नीचर लगे होंगे.
-Public Announcement System में सुधार होगा.
-कुछ स्टेशनों पर Escalators भी होंगे.
-दिव्यांगजनों (विकलांग लोगों) के लिए विशेष सुविधाएं होगी।
-महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए अलग प्रावधानों के साथ पर्याप्त संख्या में शौचालय बनाए जाएंगे।
किस राज्य में कितने स्टेशने शामिल?
आंध्र प्रदेश 72, अरुणाचल प्रदे के 01, असम-49,बिहार-86, छत्तीसगढ़- 32 , दिल्ली-13, गोवा-02, गुजरात-87, हरियाणा-29, हिमाचल प्रदेश-03, झारखंड-57, कर्नाटक 55, केरल -34, मध्य प्रदेश-80, महाराष्ट्र-123, मणिपुर-01, मेघायल-01, मिजोरम-01, नगालैंड -01, ओडिशा-57, पंजाब-30, राजस्थान-82, सिक्किम-01, तमिलनाडु-73, तेलंगाना-39,त्रिपुरा 04, चंडीगढ़ 01, जम्मू-कश्मीर-04, पुडुचेरी-03, उत्तर प्रदेश 149, उत्तराखंड के 11 और पश्चिम बंगाल के 94स्टेशने शामिल है.