वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2022 की है और इसका हालिया किसान संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली) - किसानों के संघर्ष के सिलसिले में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच धोनी किसानों का समर्थन करने गुरु घर गए थे।
ट्विटर अकाउंट "डॉ निमो यादव कमेंट्री" ने 26 फरवरी 2024 को वायरल तस्वीर को साझा किया और इसे हालिया किसान संघर्ष से जोड़ा।
Mahendra singh Dhoni didn’t go to Ram mandir Pran prathisthan after being invited but he has visited Gurudwara today during ongoing Farmer’s protest.
— Dr Nimo Yadav Commentary (@niiravmodi) February 26, 2024
MSD is a man with spine who is still upholding secular values ❤️ pic.twitter.com/YFvu2LTslj
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2022 की है और इसका हालिया किसान संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया।
Mahendra Singh Dhoni at the @khalsajatha. pic.twitter.com/rDGHMHPPXq
— Gurpreet Singh Anand (@ustaadji) February 25, 2024
हमें यह तस्वीर एक्स पर 26 मार्च 2024 को शेयर की गई मिली। एक्स अकाउंट "गुरप्रीत सिंह आनंद" ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "महेंद्र सिंह धोनी @Khalsajatha में"
ट्वीट के नीचे यूजर ने एक यूजर को जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि यह तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 18 महीने पुरानी है जब गुरप्रीत यूनाइटेड किंगडम के खालसा जत्था गुरुघर में महेंद्र सिंह धोनी से मिले थे।
He visited around 18 months ago. We talked about the history of the Khalsa Jatha with Shaheed Udham Singh, Princess Sophia Duleep Singh and the Indian independence movement.
— Gurpreet Singh Anand (@ustaadji) February 29, 2024
इसी सर्च के दौरान हमें गुरप्रीत सिंह आनंद द्वारा 17 जुलाई 2022 को इंस्टाग्राम पर शेयर की गई वायरल तस्वीर मिली।
मतलब साफ था कि वायरल तस्वीर अभी की नहीं बल्कि 2022 की है और इसका हालिया किसान संघर्ष से कोई संबंध नहीं है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2022 की है और इसका हालिया किसान संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है।
Our Sources:
Instagram Post Of Gurpreet Singh Anand Dated 17 July 2022
Tweet Of Gurpreet Singh Anand Dated 26 Feb 2024 (With Clarification)