
स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है।
जख्मी गौ माता की तस्वीर सांप्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि कोटा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गाय पर धारदार हथियार से हमला किया।
#Kota बजरंग दल का आरोप
— Sujeet Swami️ (@shibbu87) March 2, 2025
"कैथून थाना क्षेत्र में चरणचौकी में अवैध मजार पर बैठे जिहादियों ने गौ माता पर धारदार हथियार से हमला किया।अवैध मजार पर कठोरतम कार्यवाही के अभाव में जिहादियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।"#Rajasthan @spkotarural pic.twitter.com/MbmDwLHLpE
सुदर्शन न्यूज़ के पत्रकार सागर कुमार ने इस दावे को री-ट्वीट करते हुए मामले को सांप्रदायिक रंग दे दिया।
स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। तस्वीर में दिख रही गाय, खेतों में बाड़ लगाने के लिए इस्तेमाल हुई तारों में फस कर घायल हुई थी।
Investigation
अपनी जाँच शुरू करते हुए, हमने पोस्ट को ध्यान से देखा। हमें वायरल पोस्ट पर कोटा पुलिस का जवाब मिला।
"पुलिस ने दिया स्पष्टीकरण"
कोटा ग्रामीण पुलिस के एक्स अकाउंट ने वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी थी। पुलिस ने स्पष्ट किया कि स्थानीय निवासियों ने पाया कि गाय खेतों में बाड़ लगाने के लिए इस्तेमाल किए गए तारों के कारण घायल हुई थी। सांप्रदायिक रंग के दावे को खारिज करते हुए पुलिस ने कहा कि उन्हें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि किसी ने जानबूझकर गाय को चोट पहुँचाई है।
संबंधित मामले में खेत में प्रवेश करते वक्त खेत में की गई तारबंदी से घायल हुई गौ माता के खून निकलता देखने पर स्थानीय नागरिकों द्वारा फोटो लेकर डाला गया है किसी और के द्वारा घायल करने की कोई बात सामने नहीं आई है pic.twitter.com/dxzHmiKA0f
— kota rural police (@spkotarural) March 2, 2025
मतलब साफ़ था कि वायरल पोस्ट भ्रामक है और साम्प्रदायिक नफरत फैलाने के इरादे से इसे वायरल किया गया है।
Conclusion
स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। तस्वीर में दिख रही गाय, खेतों में बाड़ लगाने के लिए इस्तेमाल हुई तारों में फस कर घायल हुई थी।