रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वायरल वीडियो भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
RSFC (Team Mohali)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि मणिपुर में हो रही हिंसा से गुस्साए लोगों ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बीजेपी नेता की पिटाई कर दी। इस वीडियो में लोगों के एक समूह को एक शख्स को बेरहमी से पीटते हुए देखा जा सकता है।
फेसबुक यूजर "Anis Rayeen" ने 30 जुलाई 2023 को वायरल वीडियो साझा किया और दावा किया कि मणिपुर हादसे से नाराज़ लोगों ने ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता रोहित पंडित की पिटाई कर दी।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वायरल वीडियो भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। दरअसल, इस पिटाई की वजह जमीन का विवाद था न कि मणिपुर में हुई दरिंदगी का गुस्सा।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और कीवर्ड सर्च के जरिए मामले से जुड़ी खबरों को ढूँढना शुरू किया।
इस मारपीट का कारण ज़मीनी विवाद था.
इस मामले को लेकर हमें कई रिपोर्ट्स मिलीं। खबरों के मुताबिक इस पिटाई की वजह जमीनी विवाद है। इस मामले पर हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट का शीर्षक था, "ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता के साथ मारपीट: गेट से नाम मिटाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद, पिटाई का एक वीडियो भी आया सामने"
खबर के मुताबिक, ''ग्रेटर नोएडा के लडपुरा गांव में मंगलवार को दो पक्षों में जमकर खूनी संघर्ष देखने को मिला। इस मारपीट में भाजपा के एक नेता को भगा भगा कर पीटा गया। भाजपा नेता को लाठी और डंडों से जमकर पीटा गया। जिसमें वह घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों को चिह्नित किया है। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
दरसअल कासना थाना क्षेत्र के लडपुरा गांव में एक मंदिर बना हुआ है। इसी के पास कुछ खाली जमीन पड़ी हुई है। यह जमीन एलएमसी तथा गांव के ही लखपत परिवार के कुछ लोगों की बताई जाती है। कुछ दिनों पहले गांव के लोगों ने खाली जमीन पर मंदिर निर्माण का निर्णय लिया। इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने लखपत परिवार से मंदिर निर्माण के लिए खाली जमीन को देने की मांग की। बताया जा रहा है कि इस दौरान लखपत परिवार ने जमीन देने से इनकार कर दिया। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष पैदा हो गया।''
इसी बात को लेकर कुछ युवाओं ने मंगलवार को गांव के बाहर बने लखपत द्वार पर लिखे लखपत नाम पर स्याही पोत दी। इस गेट का निर्माण लखपत परिवार के सदस्यों ने 2007 में गांव के मुख्य मार्ग पर कराया था। ग्रामीणों ने कहा कि जब यह लोग गांव के मंदिर के लिए जगह नहीं दे सकते हैं तो गांव के बाहर बने इस गेट पर भी किसी का नाम नहीं लिखा जाएगा।
गेट के नाम पर स्याही पोती गई तो लखपत परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए और इस दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। धीरे-धीरे यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे चलने शुरू हो गए। दोनों ओर से जमकर ईंट और पत्थर भी चले। इस दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल पंडित के साथ भी मारपीट की गई। इस पूरी मारपीट का वीडियो फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर हमें कई अन्य रिपोर्ट्स भी मिलीं। किसी भी रिपोर्ट में इस मामले को मणिपुर हिंसा से नहीं जोड़ा गया है। इस मामले पर ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट यहां क्लिक करके पढ़ी जा सकती है।
अब हमने गूगल मैप्स पर लखपत गेट को तलाशा। हमारी खोज का परिणाम नीचे देखा जा सकता है।
नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वायरल वीडियो भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। दरअसल, इस पिटाई की वजह जमीन का विवाद था न कि मणिपुर में हुई दरिंदगी का गुस्सा।