रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है और भारत का नहीं बल्कि चीन का है।
सोशल मीडिया पर गड्ढों से भरी सड़क का वीडियो वायरल हो रहा है और इसे भारत के लखनऊ का बताया जा रहा है। इस वीडियो को वायरल कर भारतीय प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इंस्टाग्राम अकाउंट "हरजशनप्रीतमंदर" ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए इसे भारत के लखनऊ का बताया।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है और भारत का नहीं बल्कि चीन का है। अब चीन के पुराने वीडियो को भारत का बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।
वायरल वीडियो चीन का है
हमें यूट्यूब पर 2020 में अपलोड किया गया यह वायरल वीडियो मिला। मिली जानकारी के मुताबिक ये वीडियो चीन का बताया जा रहा है।
इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च किया तो हमें यह वीडियो चीनी वेबसाइट बिलिबिली पर अपलोड हुआ मिला। हमने पाया कि यह वीडियो 2020 में अपलोड किया गया था। वीडियो में लोगों को दूसरी भाषा में बात करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में हमने पाया कि दुकानों पर लगे बिलबोर्ड चीनी भाषा में थे।
आपको बता दें कि इस वीडियो में एक ट्रक गुजरता दिख रहा है जिस पर JMC लिखा हुआ है। हमने पाया कि JMC एक चीनी ऑटोमोबाइल कंपनी है। हमने यह भी पाया कि ड्राइवर बायीं ओर से वाहन चला रहे थे जबकि भारत में वाहनों को दाहिने हाथ पर चलाया जाता है।
मतलब साफ था कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि चीन का है और 2020 से वायरल हो रहा है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि पुराना है और भारत का नहीं बल्कि चीन का है। अब चीन के पुराने वीडियो को भारत का बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।