रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है और इसका बिपोरजॉय साइक्लोन से कोई संबंध नहीं है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- बिपोरजॉय तूफान को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसी कड़ी में सोशल मीडिया तूफान को लेकर पुराने वीडियो से भरा पड़ा है। इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल हो रहा है और दावा किया जा रहा है कि चक्रवात के दृश्य को दिखाने वाला यह वीडियो बिपोरजॉय को दर्शाता है।
ट्विटर अकाउंट ने इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'गुजरात की ओर आ रहे तूफान का खतरनाक घेरा कैमरे में कैद हुआ...'
The dangerous encirclement of the storm coming towards #Gujarat Was caught on camera....
— ❢ ▬❤️ℜαhบl やαnchαℓ❤️▬ ❢ (@itz_silentking) June 15, 2023
????????#Kutch #Gujaratcyclone #GujaratWeather #CycloneBiporjoy #BiparjoyAlert #Biperjoy #BiparjoyUpdate #BiparjoyAlert #biporjoycyclone #NewsUpdate #cycloneBiperjoyupdate pic.twitter.com/UIkFPCWLL4
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है और इसका बिपोरजॉय साइक्लोन से कोई संबंध नहीं है।
स्पोक्समैन की जांच;
पड़ताल शुरू करते हुए, हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और इसके कीफ्रेम निकाल गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया।
हमें यह वीडियो 27 दिसंबर, 2020 को मौसम विज्ञानी शिया गिब्सन के फेसबुक अकाउंट से शेयर किया गया मिला। यह वायरल वीडियो का एक लंबा संस्करण है, जिसमें बताया गया है कि यह एक कलात्मक क्रिएशन है.
हमने मामले की खोज की और विजुअल इफेक्ट आर्टिस्ट @orphicframer के अकाउंट पर वायरल वीडियो अपलोड पाया। इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 7 जून 2019 को विजुअल इफेक्ट से जुड़े हैशटैग के साथ शेयर किया गया था। साफ था कि यह क्लिप डिजिटल तरीके से बनाई गई है।
इसके अतिरिक्त, फुटेज का एक लंबा संस्करण 22 दिसंबर 2018 को ऑर्फिकफ्रेमर के YouTube चैनल पर "टॉर्नेडो इन जर्सी, चैनल आइलैंड्स (CGI सिमुलेशन)" शीर्षक के साथ अपलोड किया गया था।
साथ में दिया गया विवरण वीडियो बनाने में उपयोग किए जाने वाले सॉफ़्टवेयर और गियर का भी वर्णन करता है।
नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया गया है और इसका साइक्लोन बिपोरजॉय से कोई लेना-देना नहीं है।