रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है।
RSFC (Team Mohali) - सोशल मीडिया पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हाल ही में हुए G20 सम्मेलन में शामिल मेहमानों का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह सारे एक साथ राजघाट पर श्रद्धांजलि देते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के बैकग्राउंड में ‘रघुपति राघव राजा राम’ गीत सुना जा सकता है। अब इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि G20 सम्मेलन के दौरान ‘रघुपति राघव राजा राम’ गीत से ‘अल्लाह’ शब्द को हटा दिया गया था।
फेसबुक यूज़र Jagdish Pareek ने वायरल विडिओ साझा करते हुए लिखा , "भारतवासियों और आए हुए विदेशी मेहमानों को सही भजन सुनाया और वो भी राजघाट से ????ध्यान???? से ????सुनिए???? अल्लाह शब्द जो की गांधी की देन थी उसे हटा कर सही भजन बजवाया गया???? मोदी है तो,कुछ भी मुमकिन है...."
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है। यह वायरल वीडियो एडिटेड है और इसे फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। विदेशी मेहमानों के सामने गाए जा रहे भजन में से ‘अल्लाह’ शब्द नहीं हटाया गया था।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और सुना। वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में मौजूद गीत और उसके साउंड इफ़ेक्ट्स को गौर से सुनने पर ये एडिटिड लगता है।
अब हमने आगे बढ़ते हुए इस वीडियो का मूल स्रोत ढूँढना शुरू किया। हमें असल वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर 10 सितंबर 2023 का साझा मिला। यह वीडियो साझा करते हुए शीर्षक दिया गया, "G20 Leaders pay tributes to Mahatma Gandhi at Rajghat, New Delhi | G20 Summit"
इस वीडियो को पूरा गौर से देखने पर पता चलता है कि कि जब G20 शिखर सम्मेलन में आए प्रधानमंत्री और विदेशी मेहमान महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर पहुंचते है, उस समय बैकग्राउंड में "वैष्णव जन तो तेने रे कहिए जो पीड़ पराई जाने रे" संगीत चल रहा था।
हमने पाया कि जब सभी लोगों ने महात्मा गांधी को श्राद्धाजंलि अर्पित कर दी थी और वह वहां से जाने लगते हैं, तब बैकग्राउंड में "रघुपति राघव राजा राम" संगीत चलता है। इस वीडियो में 7 मिनट 38 सेकेंड पर "ईश्वर अल्लाह तेरो नाम" वाली लाइन भी सुनाई देती है जिससे यह साफ़ होता है कि विदेशी मेहमानों के सामने गाए जा रहे भजन में से ‘अल्लाह’ शब्द नहीं हटाया गया था और यह वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड था।
निष्कर्ष: रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है। यह वायरल वीडियो एडिटेड है और इसे फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। विदेशी मेहमानों के सामने गाए जा रहे भजन में से ‘अल्लाह’ शब्द नहीं हटाया गया था।