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अब इसी कोशिश के आधार पर हम आपके लिए लेकर आए हैं इस हफ्ते के "टॉप 5 फैक्ट चेक"।
RSFC (Team Mohali)- "सोशल मीडिया अब एक ऐसा मंच बनता जा रहा है जिस पर दिन-ब-दिन फेक न्यूज देखने को मिल रही हैं। सोशल मीडिया पर राजनीतिक पार्टियों का प्रोपगंडा और किसी भी धार्मिक समुदाय के खिलाफ जहर अब अक्सर वायरल होता नजर आता है। इन वायरल दावों की रोजाना स्पोक्समैन द्वारा भी जांच की जा रही है। हमारी फैक्ट चेक टीम हर वायरल झूठ का सच आपके सामने पेश करने की कोशिश कर रही है। अब इसी कोशिश के आधार पर हम आपके लिए लेकर आए हैं इस हफ्ते के "टॉप 5 फैक्ट चेक"।
1. Fact Check: राष्ट्रपति भवन से सिख सुरक्षाकर्मियों को हटाने का दावा फर्जी है
Fact Check Fake news going viral amid India Canada Tensions
खालिस्तानी नेता हरदीप निज्जर की हत्या और देशविरोधी गतिविधियों पर भारत और कनाडा के बीच विवाद शुरू हुआ। इस विवाद के बीच में सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे वायरल हो रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हुआ जिसके मुताबिक राष्ट्रपति भवन से सिख सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है और भारतीय सेना ने भी सिख जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई। इस पोस्ट को वायरल कर सिख समुदाय के प्रति नफरत फैलाने की कोशिश की गई।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया था। सरकार की ओर से वायरल दावे का खंडन किया गया है।
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2. क्या कनाडा में RSS पर प्रतिबंध लगा दिया गया है? जानिए वायरल वीडियो क्लिप का असल सच
No Canada Government Did not put ban on RSS Organization Amid Canada India Tensions
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक शख्स भारत और कनाडा के रिश्ते के बारे में बात करता नजर आ रहा है। दावा किया गया कि कनाडा सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रतिबंध लगा दिया है।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि कनाडा सरकार ने अभी तक आरएसएस पर प्रतिबंध को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं।
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3. भारतीय संविधान से हटाए गए "समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता" शब्द ?
Fact Check Of Secular and Socialist word removed from Constitution
19 सितंबर 2023 को देश ने पुराने संसद भवन से नए भवन तक का सफर शुरू किया। इस मौके पर केंद्र सरकार की ओर से संसद की नई इमारत का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर केंद्र ने सभी सांसदों को आमंत्रित किया और उन्हें इस ऐतिहासिक मौके का गवाह बनाया। उद्घाटन के मौके पर केंद्र ने सभी सांसदों को भारत के संविधान की कॉपी दी जिससे एक नया मुद्दा उठ गया। ये संविधान से छेड़छाड़ का मामला था। संसद सत्र के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी बाहर आए और मीडिया से बात करते हुए मोदी सरकार पर संविधान की कॉपी के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि अधीर रंजन चौधरी की तरफ से किया गया दावा सही था, हालाँकि भाजपा ने भी दावे को लेकर अपना पक्ष रखा है।
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4. Fact Check: नहीं तोड़ा गया कोई मंदिर, मूर्ति को घसीटे जाने का ये मामला एक परंपरा का हिस्सा है
Fact Check Fake news spreading of demolishing hindu temple in rajasthan
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में पुलिसकर्मियों को एक मूर्ति को ट्रैक्टर से खींचते हुए देखा जा सकता था। दावा किया गया कि यह मामला राजस्थान से सामने आया है जहां भैरो भगवान के मंदिर को तोड़ दिया गया और वहां मौजूद मूर्ति को ट्रैक्टर से पूरे गांव में घसीटा गया। इस वीडियो को वायरल कर राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा गया।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया था। ये वायरल वीडियो 2021 का था और इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
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5. Fact Check: धार्मिक रैली के दौरान झंडा छीनने के इस मामले में नहीं है कोई साम्प्रदायिक एंगल, पढ़ें मामले का पूरा सच
Fact Check No communal angle in video of man taking religious hindu flag during a rally
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में एक व्यक्ति को एक रैली के दौरान धार्मिक झंडा पकड़ कर चल रहे लड़के से झंडा छिन्नते हुए देखा जा सकता था। दावा किया गया कि मामला हरियाणा के पानीपत स्थिति सनौली गांव का है जहां एक विशेष समुदाय के व्यक्ति द्वारा धार्मिक रैली के दौरान एक हिन्दू व्यक्ति से धार्मिक झंडा छीना गया। इस वीडियो को वायरल करते हुए साम्प्रदायिक नफरत फैलाने का प्रयास किया गया।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया था। इस मामले में कोई भी साम्प्रदायिक कोण नहीं था।
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यह थे हमारे इस हफ्ते के टॉप 5 फैक्ट चेक... रोजाना हमारे फैक्ट चेक पढ़ने के लिए हमारे फैक्ट चेक सेक्शन पर विज़िट करें।