कई बार रक्त में ग्लूकोज की मात्रा अत्यधिक होने से तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है।
Lifestyle: हाथ-पैरों का सुन्न होना सामान्य बात है, लेकिन बार-बार ऐसा होना किसी रोग का संकेत भी हो सकता है। आपने अक्सर अनुभव किया होगा कि जब हम एक ही पोजीशन में लंबे समय तक बैठे या लेटे रहते हैं या हाथ अथवा पैर बहुत समय तक दब जाते हैं तो वे सुन्न हो जाते हैं और उनमें चींटियां चलने या सुई चुभने जैसा अहसास होता है।
ऐसा रक्त संचार के ठीक ढंग से न होने के कारण होता है। जैसे ही हम सामान्य स्थिति में आते है, रक्त संचार फिर से शुरू हो जाता है और सनसनी बंद हो जाती है।
लेकिन कई बार हाथ-पैर सुन्न होना गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। कई बार रक्त में ग्लूकोज की मात्रा अत्यधिक होने से तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है। इस स्थिति में और पैर में सुन्नपन होने लगती है।
जब हाथ या झुनझुनी डिस्क खिसक (डिस्क स्लिप) हो जाती है तो इस स्थिति में पैरों के नीचे वाली नसों पर काफी दबाव पड़ता है और नस दब जाती है, जिससे सुन्नपन हो जाता है।
कई ऑटोइम्यून बीमारियों, जैसे- ल्यूपस और गठिया में भी हाथ- पैर सुन्न होने की समस्या देखने को मिलती है। कई बार शरीर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी के कारण भी हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। कैंसर (कीमोथेरेपी), एचआईवी या एड्स, उच्च रक्तचाप और टीबी के रोगियों में भी यह बहुत आम है।
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