जल्दी जल्दी ब्लीच कराना आपको चेहरे को नुकसान पहुंचा सकता है.
Bleach Side Effect: निखरी त्वचा के लिए अगर आप भी बार बार ब्लीच कराती हैं तो इससे होने वाले नुकसान भी जान लीजिए, स्किन पर निखार लाने के लिए महिलाएं ना जाने कौन-कौन से तरकीब अपनाती हैं, इन्हीं में से एक है चेहरे का ब्लीच करना. इससे स्किन पर इंस्टेंट निखार आ जाता है, दरअसल ऐसा होता है कि जब आप ब्लीच कराते हैं तो चेहरे पर मौजूद बालों का रंग भुरा हो जाता है, जो आपके चेहरे की चमक बढ़ा देता है और यही इंस्टेंट ग्लो दे देता है. यही वजह है कि लोग बार-बार ब्लीच कराना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि इतनी जल्दी जल्दी ब्लीच कराना आपको चेहरे को नुकसान पहुंचा सकता है.
आप कुछ ही दिनों के अंदर बार-बार ब्लीच कराते हैं तो चेहरे में कई तरह की समस्या पैदा होने लगती है. इन्हीं में से एक है चेहरे का काला पड़ जाना आइए जानते हैं इनसे और क्या-क्या नुकसान होते हैं.
स्किन डिजीज: ब्लीच कराने से स्किन पर कई तरह की समस्या हो सकती है. इस में कुछ ऐसे केमिकल पाया जाते हैं, जो स्क्रीन पर सूजन की समस्या को बढ़ा सकते हैं. इससे स्किन का लाल होना स्किन पर फफोले होना, स्किन के छाले, ड्राई स्किन, पपड़ी दार त्वचा, खुजली और जलन जैसी समस्याएं हो सकती है.
चेहरे पर मुंहासे हो सकते हैं: ब्लीच में कॉर्टिकोस्टेरॉइड होता है जो मुहांसों का कारण बनता है. ब्लीच से होने वाले मुहासे को स्टेरॉयड एकने कहते हैं. चेहरे और माथे के अलावा चेस्ट, पीठ, आर्म्स और शरीर की कहीं भी हिस्सों पर हो सकता है. अगर आप महीने में दो बार से अधिक ब्लीच लगाते हैं.
नेफ्रोटिक डिजीज : ब्लीच में मौजूद पारा की वजह से नेफ्रोटिक सिंड्रोम होने का खतरा बरकरार रहता है. यह ऐसा सिंड्रोम है जो किडनी डिसऑर्डर से जुड़ा है. अक्सर आपकी किडनी में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है इसकी वजह से शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में परेशानी होती है. इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को आंखों के आसपास सूजन, झागदार पेशाब भूख में कमी और थकान जैसी समस्या महसूस होती है.
कितने दिन पर करना चाहिए ब्लीच?
बार-बार ब्लीच लगाने से ना सिर्फ स्किन को नुकसान पहुंचता है बल्कि यह आपके पूरे स्वास्थ्य को नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे में ब्लीच तभी कराएं जब आपको जरूरत हो. फेस के हेयर को दोबारा ग्रोथ होने में करीब 15 दिन का समय लगता है, ऐसे में कुछ दिनों से बेहतर है 3 से 4 सप्ताह बाद ही ब्लीच कराएं