'बोलेगा बिहार' का उद्देश्य जीवंत राज्य बिहार में सौर ऊर्जा और डीआरई समाधानों को अपनाने को बढ़ावा देना है।
गया : सिकरिया मोड़ स्थित प्यारी रेसिडेंसी में नवीकरणीय उर्जा के क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व को जगाने की पहल बोलेगा बिहार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कैंपेन लीड दीप्ति ओझा ने बताया कि 'बोलेगा बिहार' का उद्देश्य जीवंत राज्य बिहार में सौर ऊर्जा और डीआरई समाधानों को अपनाने को बढ़ावा देना है। यह सौर सब्सिडी और उत्पाद प्रदाताओं लाभार्थियों, विशेषकर महिलाओं के बीच अंतर को पाटकर उनकी आजीविका को सशक्त बनाने और राज्य में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है।
आगामी पहल के संबंध में दीप्ति ओझा ने कहा कि सोलर चौपाल की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जिसका उद्देश्य महिला नेताओं और उद्यमियों के बीच विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा (डीआरई) अनुप्रयोगों के बारे में जागरूकता, समझ और नेतृत्व प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है।
नवीकरणीय उर्जा के इस दौर में प्रतिकूल पर्यावरण बदलाव का असर लोगों के जीवन को बड़े स्तर पर प्रभावित कर रहा है। इस समस्या का समाधान एवं इसे अवसर में बदलने के लिए ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है जिसके अंतर्गत सोलर से सम्बन्धित उत्पाद को बढ़ावा देना एवं इस क्षेत्र में उनके लिए रोजगार सृजन करना शामिल है।
आज पर्पस संस्थान के द्वारा चलाए जा रहे "बोलेगा बिहार कैंपेन" के अंतर्गत सोलर चौपाल मेला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सौर ऊर्जा का महत्व एवं सोलर ऊर्जा से संचालित व्यवसायिक उपकरणों की प्रदर्शनी लगाकर महिलाओं को रोजगार से जोड़ना है। इस प्रदर्शनी में ग्रामीण महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया एवं प्रदर्शनी में लगे सोलर, ऊर्जा दक्ष उत्पाद के बारे में जानकारी ली एवं व्यवसायिक रूप से इनका उपयोग कैसे किया जाए इसके बारे में भी दीदियों ने जाना। इस कार्यक्रम में सहयोगी संस्थान सीईईडब्लयू से आलोक कुमार, जे वायर्स की डायरेक्टर संजू देवी, अमित कुमार सिंह, गौरव कुमार पांडेय एवं बोलेगा बिहार कैंपेन से दीप्ति ओझा उपस्थित थे।