सरकार के विकास के दावों की पोल खोलती है कैग और नीति आयोग की रिपोर्ट: डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह
Patna News In Hindi: पटना, जब जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये दावा करते हैं कि बिहार मजबूत राज्यों के साथ पंक्ति में खड़ा हो रहा है तब तब उनके कार्यकाल की खामियों और कमियों को सरकार की रिपोर्ट के माध्यम से आइना दिखाने का काम होता है। 20 सालों से बिहार में सत्ता संभाल रहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल का यह चुनाव अंतिम साल साबित होने वाला है।
कैग से आई स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान रिपोर्ट और नीति आयोग की जुलाई में आई रिपोर्ट को आधार बनाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीति आयोग के टिकाऊ विकास सूचकांक में बिहार का प्रदर्शन देश में सबसे खराब आंका गया था। आयोग इस सूचकांक के जरिए सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मानकों पर प्रगति का मूल्यांकन करता है।
इसमें टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन का आकलन किया जाता है उसमें शिक्षा के मामले में एसडीजी इंडेक्स में बिहार सबसे निचले पायदान पर अर्थात 36 वें स्थान पर है। ग्रामीण साक्षरता दर और भी खराब है जो कि 43% ही है। वहीं कैग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल ही चुकी है जिसमें कहा गया कि कुल भेजी गई राशि का 31% रकम बिहार ने खर्च ही नहीं किया और साथ ही डब्ल्यूएचओ के तय मानकों के अनुसार यहां प्रति हजार की संख्या पर एक डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं हैं। वहीं एंबुलेंस, ओटी, प्रशिक्षित कर्मचारी, वेंटिलेटर सभी तय मानकों में हमारा राज्य इस रिपोर्ट में फिसड्डी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने आगे कहा कि बिहार में विकास केवल सीएम और पीएम के भाषणों में दिखाई देता है जबकि 26.95% जनता यहां गरीब है। 94.7% स्कूलों में बालिकाओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था नहीं है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से घोषणा कर कहा था कि छात्र छात्राओं के लिए अलग अलग शौचालय निर्माण कराएंगे और बाद में अपने भाषणों में उन्होंने खुद से सौ प्रतिशत इसकी पूर्ति का दावा भी कर दिया लेकिन असल आंकड़े कुछ और ही हैं।स्वास्थ्य सेवाओं में 28 बड़े राज्यों में सबसे निचले पायदान पर हमारा देश बना हुआ है जो चार साल पहले 27 वें स्थान पर था।
व्यापार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार करने की सुविधा में भी 26 वें स्थान पर हमारा राज्य है और प्रति व्यक्ति आय में भी राष्ट्रीय औसत आय से बेहद कम है। कृषि पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है और न ही एमएसपी किसानों को सही से मिलता है। विकसित राज्यों में जहां 98% तक एफसीआई के द्वारा एमएसपी पर खाद्यान्न की खरीद की जाती है वहीं बिहार से धान और गेहूं की तस्करी करके ले जाने वाले लोग इसे हरियाणा और पंजाब में एमएसपी के लिए ले जाकर बेचते हैं। उन्होंने कृषि प्रोत्साहन कार्यक्रमों को बिहार और यूपी केंद्रित बनाएं जाने और कृषि उत्पादन का विकास करने की वकालत करते हुए कहा कि ये सोचना होगा कि चीनी उत्पादन के मामले में बिहार पहले 27% योगदान देता था जो अब 2% रह गया है।
अपराध पर बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध बिहार राज्य में है और साइबर मामले में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। साइबर थाने के बढ़ने के बावजूद भी इन मामले पर कार्रवाई की रफ्तार बेहद धीमी है।
स्मार्ट मीटर के खिलाफ कांग्रेस के राज्यव्यापी आंदोलन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज इस मामले में ऊर्जा विभाग के सचिव गिरफ्तार हैं और लेकिन जिन चार कंपनियों ने इसका लाभ उठाया है जिसमें अदानी की भी कंपनी शामिल है वो आज तक किसी कार्रवाई की जद में नहीं आ पाई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित 70वीं प्रतियोगी परीक्षाओं अनियमितता को लेकर छात्रों के प्रदर्शन पर सरकार के आदेश पर पुलिसिया लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि नॉर्मलाइजेशन और सर्वर की समस्या से अभ्यर्थियों में ऊहापोह की स्थिति बना दी गई।
साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनते हमलोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का काम करेंगे क्योंकि इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस मांग का सरकार में रहते हुए हमने समर्थन किया था।
नीति आयोग और कैग की रिपोर्ट का उन्होंने धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहार की जनता को जानने का हक है कि आखिर पीएम और सीएम के हवाई दावों की हकीकत क्या है तभी जनता को न्याय मिल सकता है।
संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के अलावे मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, ब्रजेश प्रसाद मुनन, निर्मल वर्मा, बंटी चौधरी, लालबाबू लाल, ज्ञान रंजन, डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, सूरज सिंहा, शिशिर कौंडिल्य, निधि पांडेय सहित अन्य नेतागण मौजूद रहें।
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