समुदाय की भागीदारी से फाइलेरिया का उन्मूलन सुनिश्चित : तेजस्वी प्रसाद यादव

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समुदाय की भागीदारी से फाइलेरिया का उन्मूलन सुनिश्चित : तेजस्वी प्रसाद यादव
Published : Feb 10, 2023, 4:44 pm IST
Updated : Feb 10, 2023, 4:44 pm IST
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The eradication of filariasis is ensured by the participation of the community: Tejashwi Prasad Yadav
The eradication of filariasis is ensured by the participation of the community: Tejashwi Prasad Yadav

आज से राज्य के 24 जिलों में शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान का उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री ने किया शुभारम्भ

पटना  :  पटना के ज्ञान भवन स्थित सभागार में राज्य के उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए एवं स्वयं फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करते हुए कहा “समुदाय की भागीदारी से बिहार राज्य से फाइलेरिया रोग का उन्मूलन शीघ्र सुनिश्चित होगा । हम सब फाइलेरिया रोग के उन्मूलन हेतु प्रतिबद्धता के साथ मिलकर कार्य करें और विकसित बिहार का निर्माण करें ” ।

इस अवसर पर उपस्थित अन्य अधिकारियों एवं सभागार में उपस्थित प्रतिभागियों  ने भी फाइलेरिया  रोधी दवाओं का सेवन किया। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि समुदाय को फाइलेरिया या हाथीपांव रोग से बचाने के लिए राज्य के माननीय मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में बिहार सरकार द्वारा आज से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 8 जिलों औरंगाबाद, अरवल, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, सारण, शेखपुरा, शिवहर और वैशाली के चुनिन्दा ब्लाकों में तीन दवा यानी अल्बेंडाजोल, डीईसी, और आइवरमेक्टिन के साथ तथा 16 जिलों बांका, भागलपुर, चंपारण पूर्व, चंपारण पश्चिम, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, मुंगेर, सहरसा, सीतामढ़ी, सीवान और सुपौल के चुनिन्दा ब्लाकों में दो दवा यानी अल्बेंडाजोल और डीईसी के साथ मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान चलाया जा रहा हैI इस दौरान प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समुदाय के सभी लाभार्थियों को घर घर जा कर निःशुल्क फाइलेरिया रोधी दवाइयाँ अपने सामने खिलाई जायेगी। ये दवायें पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक गाँव के अंतिम छोर तक रहने वाली आबादी तक दवाओं की उपलब्धता एवं  इसके लिए आवश्यक मानव संसाधन सुनिश्चित होना चाहिए ।

राज्य के स्वास्थ्य सचिव श्री के. सेंथिल कुमार ने कहा कि एमडीए के सफल किर्यन्वयन हेतु उपरोक्त 24 जिलों में लक्षित लाभार्थियों हेतु दवाओं की उपलब्धता, आवश्यक मानव संसाधन एवं अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति की जा चुकी है और कार्यक्रम के पश्चात, प्रतिदिन इसके अंतर्गत होने वाली गतिविधियों की गहन समीक्षा की जायेगी ताकि किसी भी प्रकार की कमी रहने न पाए। कार्यक्रम में दवाओं का वितरण कदापि नहीं किया जायेगा और सभी लाभार्थियों को स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही दवाओं का सेवन करवाया जाएगा ।  

कार्यक्रम में स्वास्थ्य सचिव सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति , संजय कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया या हाथीपांव रोग सार्वजनिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्या है। यह रोग संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार फाइलेरिया दुनिया भर में दीर्घकालिक विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है।

किसी भी आयु वर्ग  में होने वाला यह संक्रमण लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है और अगर इससे बचाव न किया जाए तो इससे शारीरिक अंगों में असामान्य सूजन होती है। फाइलेरिया के कारण चिरकालिक रोग जैसे; हाइड्रोसील (अंडकोष की थैली में सूजन), लिम्फेडेमा (अंगों की सूजन) व काइलुरिया (दूधिया सफेद पेशाब) से ग्रसित लोगों को अक्सर सामाजिक बहिष्कार का बोझ सहना पड़ता है, जिससे उनकी आजीविका व काम करने की क्षमता भी प्रभावित होती है। उन्होंने बताया कि आंकड़ों के अनुसार  राज्य में अभी हाथीपांव के लगभग 95 हजार और हाइड्रोसील के लगभग 17 हजार मरीज़ हैं। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर से जिला स्तर तक समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है और अथक प्रयास किये जा रहें हैं कि इस कार्यक्रम में 100 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को फाइलेरिया दवाओं का सेवन सुनिश्चित कराया जाये।

उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान में फाइलेरिया से मुक्ति के लिए 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाये  स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही खिलाई जायेंगी। दवाईयों का सेवन खाली पेट नहीं करना है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर से ब्लॉक स्तर तक कार्यक्रम को सफल बनाने  के लिए सारी तैयारियाँ की जा चुकी हैं। किसी भी विषम परिस्थितियों से निपटने हेतु रेपिड रेस्पॉन्स टीम का भी गठन किया गया हैं। 

बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कंट्री लीड डॉ. भूपेंद्र त्रिपाठी ने सुझाव दिया  कि सोशल मोबिलाइजेशन के माध्यम से लोगों को इस रोग से सुरक्षित रहने के बारे में और अधिक जागरूक किया जाये और राज्य स्तर से ब्लाक स्तर तक कार्यक्रम के दौरान आंकड़ों का अनुश्रवण किया जाये ।

राज्य के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर प्रसाद द्वारा  माननीय उप मुख्यमंत्री,  उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन दिया गया । उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में माननीय उप मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं दवा सेवन कर शुभारम्भ किया जाना हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत हैं और हमें पूर्ण विश्वास है कि राज्य इस रोग से शीघ्र मुक्त होगा।

कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के पदाधिकारी, अन्य सहयोगी संस्थाओं यथा बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, केयर, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल, सीफार, लेप्रा, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज के प्रतिनिधि एवं स्थानीय मीडिया सहयोगी भी उपस्थित रहे।

Location: India, Bihar, Patna

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