पंजाब पुलिस प्रमुख ने कहा कि राज्य में कड़ी मेहनत से स्थापित की गई शांति को भंग नहीं होने दिया जाएगा।
चंडीगढ़ : फरार अलगाववादी अमृतपाल सिंह की तलाश के बीच पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को कहा कि वांछित लोगों को कानून के समक्ष समर्पण कर देना चाहिए और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से समर्थन प्राप्त शरारती तत्वों की साजिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
यादव ने सोमवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका।
वहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुलिस कानून के तहत वांछित लोगों को पकड़ लेगी और बेहतर होगा कि ऐसे लोग कानून के सामने समर्पण कर दें। अमृतपाल के किसी धार्मिक स्थल पर शरण लेने की खबरों के बीच डीजीपी यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल व्यक्तिगत कारणों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "धार्मिक स्थलों का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।"
पंजाब पुलिस प्रमुख ने कहा कि राज्य में कड़ी मेहनत से स्थापित की गई शांति को भंग नहीं होने दिया जाएगा।
यादव ने कहा, “ विदेशी ताकतों और पाकिस्तान की आईएसआई से समर्थन प्राप्त शरारती तत्वों की पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।” उन्होंने कहा, “ यहां पंजाब में स्थिति बिल्कुल सामान्य है।”
डीजीपी ने कहा, “ अमेरिका और कनाडा में रहने वाले हमारे पंजाबी भाइयों को मैं बताना चाहता हूं कि पंजाब में पूरी तरह से शांति है। यहां कानून का राज है। आप स्वयं आकर देख सकते हैं। आप यहां अपने रिश्तेदारों से बात करें। अगर पंजाब के बारे में आपकी कोई गलत धारणा है तो उन्हें इसे दूर कर देना चाहिए।”
अमृतपाल के संदर्भ में यादव ने कहा कि कानून के तहत वांछित लोगों को कानूनी के समक्ष समर्पण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबको कानूनी अधिकार प्राप्त हैं तथा कानूनी प्रक्रिया भी है।
अमृतपाल के समर्पण की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा, “ जो भी कानून के तहत वांछित है, उसे हम पकड़ लेंगे। यह बेहतर है कि वह कानून के समक्ष समर्पण कर दे।”
पुलिस प्रमुख ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील की और कहा, “हम पंजाब में शांति बनाए रखेंगे। हम शरारती तत्वों से सख्ती से निपटेंगे।” बाद में ट्विटर पर डीजीपी ने कहा कि उन्होंने बैसाखी पर्व को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने कहा, “ आज मैंने अमृतसर में श्री दरबार साहिब में मत्था टेका और राज्य में शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना की। आगामी बैसाखी पर्व के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। पंजाब पुलिस राज्य को सुरक्षित रखेगी।”