Punjab And Haryana High Court: पटियाला-राजपुरा हाईवे पर स्कूलों की कमी के कारण छात्राएं पढ़ाई छोड़ने को मजबूर

खबरे |

खबरे |

Punjab And Haryana High Court: पटियाला-राजपुरा हाईवे पर स्कूलों की कमी के कारण छात्राएं पढ़ाई छोड़ने को मजबूर
Published : Jul 26, 2024, 5:47 pm IST
Updated : Jul 26, 2024, 5:47 pm IST
SHARE ARTICLE
Due to lack of school girl students are forced to leave studies; Punjab And Haryana High Court  issued notice to Punjab
Due to lack of school girl students are forced to leave studies; Punjab And Haryana High Court issued notice to Punjab

  हाई कोर्ट ने सरकार को हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों  की दुर्दशा के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.

Punjab And Haryana High Court News: बेहतर शिक्षा देने का दावा करने वाले व सरकार के बहुचर्चित नारे  बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ  के बीच पटियाला-राजपुरा राजमार्ग पर स्कूलों की अनुपलब्धता के कारण लड़कियां पढ़ाई  छोड़ने छोड़ने के लिए मजबूर हैं, इस बाबत एक समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार पर  हाई कोर्ट ने संज्ञान लेकर पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग, पंजाब को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। 

  हाई कोर्ट ने सरकार को हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों  की दुर्दशा के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है जिस कारण  विशेष रूप से लड़कियां जो बुनियादी ढांचे की अनुपलब्धता और यहां तक कि पटियाला-राजपुरा राजमार्ग पर स्कूलों की अनुपलब्धता के कारण अपनी पढ़ाई  को छोड़ने के लिए मजबूर हैं। हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना पर अपनी नीति दायर करने और पटियाला और राजपुरा के बीच लड़कियों के लिए कोई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्यों नहीं है, इस बारे में भी  जवाब दायर करने का आदेश दिया है।हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू व जस्टिस विकास सूरी पर आधारित बेंच ने पंजाब सरकार को 23 अगस्त तक अपना जवाब दायर करने का आदेश दिया है।

 समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार के अनुसार घर और स्कूल के बीच की दूरी  कई लड़कियों के लिए बाधा बन गई है, जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं, जिसके कारण उन्हें आठवीं या दसवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। पटियाला-राजपुरा राजमार्ग पर स्थित लगभग 10 गांवों की कई लड़कियों ने शिक्षा छोड़ने के लिए असुरक्षित यात्रा स्थितियों और किफायती परिवहन की कमी को जिम्मेदार ठहराया है, जो सरकार के बहुचर्चित नारे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ  का मजाक उड़ा रही है। 

पटियाला जिले के खंडोली, भड़क, जाखरां, गाजीपुर, खानपुर गंडियां, बधोली गुज्जरां, ढेंडा और अन्य गांवों की कई लड़कियां भी हैं। पास में कोई सीनियर सेकेंडरी स्कूल न होने और किफायती परिवहन नेटवर्क न होने के कारण लड़कियों का शांत खानपुर गांव में कई युवा लड़कियों के सामने एक दुखद सच्चाई मंडरा रही है। निकटतम वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय 14 या 16 किलोमीटर दूर है।  यात्रा लंबी और जोखिम भरी है। ईंट-भट्ठों, रेत के ढेर और शेलर से वाहनों की आवाजाही के कारण गांवों में संपर्क सड़कें टूटी हुई हैं।

 सड़कों की खराब स्थिति और निजी परिवहन की उच्च लागत छात्रों के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां पेश करती हैं। उनमें से अधिकांश, चाहे वे लड़के हों या लड़कियां, राजमार्ग पर पहुचने और अपने स्कूलों तक परिवहन प्राप्त करने से पहले टूटी हुई सड़क पर तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इन गांवों के अधिकांश निवासी छोटे पैमाने के किसान और खेतिहर मजदूर हैं जो अपने बच्चों की शिक्षा के लिए सरकारी स्कूलों पर निर्भर हैं। लड़के राजपुरा शहर तक साइकिल से पहुँच जाते हैं, लेकिन लड़कियों के पास ऐसी सुविधा नहीं है।

(For More News Apart from Due to lack of school girl students are forced to leave studies; Punjab And Haryana High Court  issued notice to Punjab, Stay Tuned To Rozana Spokesman)


 

Tags: punjab

SHARE ARTICLE
Advertisement

 

'एक प्रवासी पंजाबी को मारकर भाग जाता है और हम... जब तक गिरफ़्तारी न हो जाए तब कर...

16 Nov 2024 1:53 PM

Indira Gandhi की ह*त्या करने वाले Bhai Beant Singh के गांव में 1984 में क्या थे हालात? प्रत्यक्षदर्शियों की सुनिए...

16 Nov 2024 1:49 PM

ਆਜ਼ਾਦੀ ਦਿਵਾਉਣ ਪਿੱਛੇ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਯੋਗਦਾਨ Kartar Singh Sarabha ਦਾ, ਕਿਵੇਂ ਕਰਤਾਰ ਸਿੰਘ ਸਰਾਭਾ

16 Nov 2024 1:45 PM

ਕੈਨੇਡਾ ਜਾਣਾ ਹੋਰ ਹੋਇਆ ਸੌਖਾ, ਵਿਨੇ ਹੈਰੀ ਦਾ ਨਵਾਂ ਧਮਾਕਾ, ਸਿਰਫ਼ 65 ਹਜ਼ਾਰ 'ਚ ਜਾਓ Canada

15 Nov 2024 3:59 PM

Amrita Warring ਨੇ Dimpy Dhillon ਨੂੰ ਕਰਤਾ ਨਵਾਂ Challenge BJP ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ ਵੀ ਕਰਤੀ ਨਵੀਂ ਭਵਿੱਖਬਾਣੀ

15 Nov 2024 3:55 PM

Badal Family ਨੇ ਕੀਤਾ Akali Dal ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ, ਫੈਡਰੇਸ਼ਨ ਨੂੰ ਇਹਨਾਂ ਖਤਮ ਕਰਿਆ’ Sarabjit Singh Sohal

15 Nov 2024 3:45 PM