दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और केजरीवाल ने क्षतिग्रस्त रेगुलेटर की मरम्मत के काम का जायजा लिया।
New Delhi: यमुना नदी में तीन दिन पहले 45 साल का रिकॉर्ड टूटने के बाद जल स्तर शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे कम होकर 208.25 मीटर पर आ गया। दिल्ली के कई अहम इलाके अब भी जलमग्न हैं। बृहस्पतिवार को यमुना का जल स्तर तीन घंटे तक स्थिर रहा लेकिन शाम सात बजे से यह फिर बढ़कर 208.66 मीटर पर पहुंच गया जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से तीन मीटर अधिक है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह जल स्तर 208.57 मीटर पर था । सुबह पांच बजे इसमें मामूली कमी देखी गयी और यह 208.48 मीटर दर्ज किया गया। यमुना में जल स्तर सुबह आठ बजे 208.42 मीटर, सुबह 10 बजे 208.38 मीटर और सुबह 11 बजे 208.35 मीटर दर्ज किया गया। अपराह्न एक बजे यह थोड़ा और कम होकर 208.27 मीटर तथा अपराह्न तीन बजे 208.25 मीटर पर दर्ज किया गया। दिल्ली में बुधवार को यमुना नदी में जल स्तर 207.71 मीटर तक पहुंच गया है जिसने 1978 में 207.49 मीटर जल स्तर का रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण बाढ़ का पानी मध्य दिल्ली में उच्चतम न्यायालय के प्रवेश द्वार तक पहुंच गया है तथा व्यस्त आईटीओ चौक तथा राजघाट जलमग्न हो गए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण दिल्ली में बाढ़ आने के खतरे को देखते हुए अधिकारियों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा सेना से मदद मांगने के निर्देश दिए। दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और केजरीवाल ने क्षतिग्रस्त रेगुलेटर की मरम्मत के काम का जायजा लिया।