मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का जनमानस सुरक्षित है और विकास के बारे में सोच रही है।
हापुड़ (उप्र): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश था और आज पूरी दुनिया में इसे उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ में नगर निकाय चुनाव प्रचार के लिए आयोजित जनसभा में लोगों से कहा, ‘‘वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश था। आज पूरी दुनिया में यह उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में पर्व और त्योहार के पहले कर्फ्यू लग जाते थे। आज कर्फ्यू नहीं बल्कि प्रदेश के हर कोने से कांवड़ यात्रा निकलती है। पिछले छह वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। पेशेवर अपराधियों और माफिया का हाल तो आप देख ही रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का जनमानस सुरक्षित है और विकास के बारे में सोच रही है। वहीं परिवारवाद और तमंचावादी लोग परेशान हैं। छह वर्ष पहले हमारा नौजवान अपनी पहचान को छुपाता था, लेकिन आज वही सीना तान कर बोलता है कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
उन्होंने कहा कि हापुड़ से कुछ दूरी पर जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन रहा है, जो आवागमन की सुविधा को बेहतर करेगा, वैसे तो हापुड़ की अपनी पहचान रही है और कोई भी भोजन हापुड़ के पापड़ के बगैर पूरा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसके बिना भोजन का स्वाद ही फीका पड़ जाता है। आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों में जहां हापुड़ अपनी पहचान खो रहा था, वहीं हमारी सरकार ने हापुड़ को फिर से वैश्विक पहचान दिलाई है। यही नहीं गढ़मुक्तेश्वर को एक पवित्र धाम के रूप में विकसित करने के लिए बाबूगढ़ में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यहां करीब एक घंटे के भाषण में सपा-बसपा पर जमकर प्रहार किया और कहा, ‘‘उप्र में 2017 से पहले तंमचावादी सरकारी थी, जो युवाओं के हाथ में तंमचे थमाती थी, लेकिन आज की सरकार युवाओं के हाथ में टैबलेट थमाती हैं।''
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा, रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) गठबंधन अवसरवादी और अराजकतावादी है। उन्होंने कहा कि यह अराजकता की जड़ है और हम मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं तो उन्हें परेशानी हो रही है। योगी ने कहा कि 2017 में अगर मेरठ नगर निगम का भाजपा बोर्ड बना होता तो मेरठ भी नई आभा के साथ बढ़ रहा होता। उन्होंने कहा कि हमने पैसे की कमी आड़े नहीं आने दी, लेकिन पैसे का सही उपयोग अत्यंत आवश्यक है।
गौरतलब है कि 2017 के नगर निकाय चुनाव में मेरठ में बहुजन समाज पार्टी के महापौर उम्मीदवार ने भाजपा उम्मीदवार को पराजित किया था।