योगी ने अपने संबोधन में कहा कि ''विकसित भारत के निर्माण का सपना हर भारतीय का होना चाहिए, इसके लिए हमें अपनी विरासत का सम्मान करना होगा।''
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि विकसित भारत के निर्माण का सपना हर भारतीय का होना चाहिए। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बस्ती में दुबौलिया बाजार स्थित एडी अकादमी में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य और बाल रोग विशेषज्ञ दिवंगत डॉ. वाईडी सिंह के स्मृति ग्रंथ का लोकार्पण किया एवं उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
इसके बाद योगी ने अपने संबोधन में कहा कि ''विकसित भारत के निर्माण का सपना हर भारतीय का होना चाहिए, इसके लिए हमें अपनी विरासत का सम्मान करना होगा।''
उन्होंने वाईडी सिंह के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए लोगों को नसीहत दी कि ''कोई भेदभाव किये बिना अपने कर्तव्यों के पालन में लग जाएं।'' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ''आपने देखा होगा कि सरकार की योजनाएं बिना भेदभाव के सबको मिलती हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सबका साथ सबका विकास का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि हमे जाति और मजहब से ऊपर उठकर देश को विकसित राष्ट्र बनाने के बारे में सोचना है।'' योगी ने प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, '' अगर हर नागरिक अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करने लग जाए तो विकसित राष्ट्र बनने में देश को देर नहीं लगेगी।''
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए 'पंच प्रण' का जिक्र करते हुए कहा कि यह सभी विशेषताएं डॉ. वाईडी सिंह के व्यक्तित्व में झलकती थीं। उन्होंने गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग को नई ऊंचाई पर पहुंचाने में योगदान दिया।
योगी ने कहा, '' जब इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां थीं, उस समय डॉक्टर सिंह ने पूरी ताकत के साथ एक संवेदनशील चिकित्सक के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौनिहालों के जीवन को बचाने के लिए अपना योगदान दिया।''
योगी ने कहा कि डॉ. वाईडी सिंह ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के लाखों बच्चों की जिंदगी बदल दी और उन्हें जीने का तरीका सिखाया। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में रोजाना हजारों लोग डॉ. वाईडी सिंह से मिलने आते थे। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में उनके जैसा कोई सामाजिक कार्यकर्ता नहीं था। गौरतलब है कि बस्ती जिले के निवासी डॉक्टर वाईडी सिंह गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में बाल रोग विभाग के अध्यक्ष और प्राचार्य के पदों पर रहे और सेवानिवृत्त होने के बाद वह गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 2004 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य चुने गये थे। वर्ष 2019 में डॉक्टर सिंह का करीब 76 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।