इस जमीन का अधिग्रहण भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के ‘उचित मुआवजा का अधिकार एवं पारदर्शिता’ प्रावधान के तहत किया जा रहा है।
नोएडा (उप्र) : नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनआईए) के लिए दूसरे चरण के भूमि अधिग्रहण का सर्वेक्षण दो सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में गौतम बुद्ध नगर के जेवर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के पहले चरण के तहत निर्माण कार्य जारी है और उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण को हरी झंडी दे दी है।
एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए के दूसरे चरण के तहत 1,365 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्माण की योजना है, जिसमें से लगभग 1,185 हेक्टेयर का स्वामित्व छह गांव-रणहेरा, कुरेब, दयानतपुर, करौली बांगर, मुंद्रा और बीरमपुर के किसानों सहित निजी लोगों के पास है।.
इस जमीन का अधिग्रहण भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के ‘उचित मुआवजा का अधिकार एवं पारदर्शिता’ प्रावधान के तहत किया जा रहा है।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (भूमि अधिग्रहण) बलराम सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘भूस्वामियों की सहमति पहले ही ले ली गई है, जिसके बाद भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है। अब अगले दो सप्ताह में छह गांवों में अलग-अलग संपत्ति के माप के लिए सर्वेक्षण शुरू होने की उम्मीद है, जिसके लिए मुआवजे का वितरण किया जाएगा।’’
सिंह ने कहा, ‘‘विस्तृत सर्वेक्षण कार्य के लिए हमने अतिरिक्त मानव संसाधन की मांग की है। इस बार संपत्ति के मूल्यांकन के लिए सर्वेक्षण में किसी बाहरी निजी एजेंसी को शामिल नहीं किया जा रहा है।’’
स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी (जेएआईए) की सहायक कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एनआईए का निर्माण कर रही है। जेएआईए ने इस सार्वजनिक-निजी हवाई अड्डे के डिजाइन, निर्माण और संचालन के लिए 40 वर्षों का रियायत अनुबंध हासिल किया है।