पोस्टर चिपकाने के मामले में जांच शुरू कर दी गई है और...
उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के पुरोला इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति सहित दो व्यक्तियों द्वारा एक नाबालिग लड़की के अपहरण के असफल प्रयास के कुछ दिनों बाद मुस्लिम दुकानों पर पोस्टर चिपकाए गए मिले हैं. उन्हें धमकी दी गई है और तुरंत पुरोला क्षेत्र छोड़ने को कहा गया है। पोस्टर में कहा गया है कि लव जिहादियों को यह जानकारी दी जाती है कि 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें.
पुरोला थाना प्रभारी खजान सिंह चौहान ने बताया कि रविवार की शाम दुकानों पर ये पोस्टर चिपकाए गए थे. उन्होंने कहा कि पोस्टरों में दुकानदारों से पुरोल को तुरंत छोड़ने को कहा गया है।
पुलिस ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय परिषद व जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया. चौहान ने कहा कि क्षेत्र में पोस्टर लगाने वाले देवभूमि रक्षा अभियान के अज्ञात लोगों के खिलाफ क्षेत्र की शांति भंग करने की साजिश रचने और एक समुदाय विशेष की भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि पोस्टर चिपकाने के मामले में जांच शुरू कर दी गई है और देवभूमि रक्षा अभियान से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है.
यह है पूरा मामला
दरअसल, उत्तरकाशी जिले में पिछले कुछ दिनों से तनाव का माहौल है, जिले में पिछले महीने अल्पसंख्यक समुदाय के युवक सहित दो लोगों ने एक 14 वर्षीय हिंदू लड़की का अपहरण करने की कोशिश की गई थी। मामले में पुलिस ने उवेद खान नाम का एक युवक और उसका साथी जितेंद्र सैनी को गिरफ़्तार किया था। दोनों नाबालिग बेटी को साथ ले जाने की कोशिश कर रहे थे. इस घटना के बाद से पुरोला के स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा.