जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 30 मार्च को एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट से जमीन में गहरा गड्ढा हो गया था।
New Delhi: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा सहित जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। केन्द्र सरकार और संघ शासित प्रदेश प्रशासन के सुरक्षा अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर शाह के समक्ष विस्तृत प्रस्तुति (प्रेजेंटेशन) दी।
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केन्द्रीय गृहसचिव अजय कुमार भल्ला, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि बैठक में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा, सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाने की कोशिशों आदि पर चर्चा हुई।
डीजीपी ने छह अप्रैल को कहा था कि जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन आतंकवादियों की संख्या न्यूनतम हो जाने के कारण वह समाप्ति की ओर है। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवा जो अभी आतंकवाद की ओर धकेल दिए गए थे, अब उस रास्ते को छोड़कर मुख्य धारा में लौट आए हैं।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 30 मार्च को एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट से जमीन में गहरा गड्ढा हो गया था। पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में निशाना बनाकर कई हत्याएं हुई हैं। सरकार ने संसद को बताया था कि संविधान के अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद अगस्त, 2019 से जुलाई 2022 तक संघ शासित प्रदेश में पांच कश्मीरी पंड़ितों और 16 अन्य हिन्दुओं एवं सिखों सहित 118 सामान्य नागरिक मारे गए हैं।