ड्रोन कैमरों का उपयोग कर जेल सर्विलांस करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है।
पुणे (महाराष्ट्र) : महाराष्ट्र की जेलों में अब ड्रोन कैमरे से नजर रखे जा रहे हैं। इससे जेल के अंदर कैदियों की सुरक्षा और आवाजाही पर पैनी नजर रखने में मदद मिलेगी। बता दें कि महाराष्ट्र राज्य कारागार विभाग ने जेलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने और कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) अमिताभ गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र में पहले चरण में कुल 12 जेलों में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें आठ केंद्रीय कारागार, दो जिला कारागार और दो खुली जेल शामिल हैं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ रात के समय में निगरानी के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे जेल परिसर के भीतर क्या हो रहा है, इस संबंध में ‘रियल-टाइम’ जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।’’ विज्ञप्ति के मुताबिक, जिन कारागारों में निगरानी के लिए ड्रोन का सहारा लिया जाएगा उनमें पुणे की यरवदा जेल के अलावा कोल्हापुर, नासिक, संभाजी नगर, तलोजा (नवी मुंबई), ठाणे, अमरावती, नागपुर, कल्याण और चंद्रपुर जेल शामिल हैं। विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार के आदेशों के तहत निगरानी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल को प्राथमिकता दी गई है।
बता दें कि ड्रोन कैमरों का उपयोग कर जेल सर्विलांस करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। यूपी में कारागार मुख्यालय ने लखनऊ, आजमगढ़, चित्रकूट, बरेली व गौतमबुद्धनगर की जेलों की निगरानी ड्रोन कैमरे से शुरू की थी। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने वाला देश का दूसरा राज्य होगा।